Punjab media news : बीते कई दिन से डीएवी मैनेजमेंट कमेटी एवं प्रिंसिपल एचएमवी के विरूद्ध कॉलेज स्टाफ प्रदर्शन कर रहा है। यह प्रदर्शन एच एम वी कॉलेज को ऑटोनॉमस (स्वायत्त संस्था) बनाने के किए जा रहे प्रयासों के विरोध में जारी है। बुधवार को भी धरना प्रदर्शन कर रहे हंस राज महिला महाविद्यालय (एच एम वी) के स्टाफ ने मैनेजमेंट के फैसले को विद्यार्थियों एवं फैकल्टी के विरूद्ध बताया। कॉलेज यह प्रदर्शन पीसीसीटीयू (पंजाब एंड चंडीगढ़ कॉलेज टीचर्स यूनियन) के बैनर तले किया जा रहा है।
इसी विरोध के तहत एचएमवी यूनिट द्वारा आज बुधवार को भी काले बैज लगाकर दो घंटे का धरना और रोष रैली की गई।
यह उल्लेखनीय है कि डीएवी कॉलेजों की मैनेजिंग कमेटी और एचएमवी की प्रिंसिपल द्वारा लंबे समय से कॉलेज को स्वायत्त बनाने की कोशिशें जारी हैं। इन प्रयासों के चलते अध्यापक यूनियन की ओर से बीते दो-तीन दिनों से काले बैज लगाकर विरोध किया जा रहा था। आज के दो घंटे के धरने में यूनिट की प्रधान डॉ. आशमीन कौर, सचिव डॉ. शालू बत्रा, उप-प्रधान डॉ. हरप्रीत सिंह और संयुक्त सचिव डॉ. सीमा खन्ना ने संबोधन करते हुए ऑटोनॉमी से कॉलेज को होने वाले नुकसान के बारे में यूनिट सदस्यों को अवगत करवाया।
यह भी उल्लेखनीय है कि पंजाब चंडीगढ़ कॉलेज टीचर्स यूनियन और डीएवी कोऑर्डिनेशन कमेटी द्वारा इस संघर्ष को भरपूर समर्थन दिया जा रहा है। इसी संबंध में जारी दिशा-निर्देशों के अनुसार 24 अप्रैल को कॉलेज में दो घंटे का धरना, 25 अप्रैल को शहर में कैंडल मार्च,26 और 28 अप्रैल को भूख हड़ताल और 29 अप्रैल को दिल्ली स्थित डीएवी कॉलेज मैनेजिंग कमेटी के कार्यालय के बाहर रोष रैली आयोजित की जाएगी!
ताकि डीएवी कॉलेजों की मैनेजमेंट कमेटी अपने फैसले पर पुनर्विचार करे।
आज के धरने में जालंधर ज़िले के पीसीसीटीयू के प्रधान डॉ. तजिंदर विरली, गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी अमृतसर के एरिया सचिव प्रो. सुखदेव सिंह और डीएवी कॉलेज जालंधर के यूनिट प्रधान डॉ. अमित शर्मा ने भी संबोधन किया।
डॉ. तजिंदर विरली ने अपने संबोधन में कॉलेज के सभी यूनिट सदस्यों को यूनिट के साथ मिलकर चलने की प्रेरणा दी। उन्होंने डीएवी कॉलेज मैनेजिंग कमेटी नई दिल्ली द्वारा एचएमवी कॉलेज को स्वायत्त बनाने के प्रयासों का विरोध करते हुए पीसीसीटीयू द्वारा दिए जा रहे समर्थन की बात कही। उन्होंने यह भी बताया कि डीएवी कोऑर्डिनेशन कमेटी के प्रधान डॉ. बीबी यादव के नेतृत्व में डीएवी कॉलेजों के मुद्दों, जैसे कैस प्रमोशन, एसोसिएट प्रोफेसर्स के ग्रेड, पूरी तनख्वाह पर सीपीएफ की कटौती, कुछ कॉलेजों में वेतन में देरी आदि को लेकर विरोध प्रदर्शन किए जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि ज़िला जालंधर की पूरी लीडरशिप एचएमवी को ऑटोनोमस बनाए जाने के फैसले के खिलाफ एचएमवी यूनिट के साथ खड़ी है।
गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी के एरिया सचिव सुखदेव सिंह रंधावा ने भी डीएवी कॉलेज मैनेजमेंट कमेटी की अध्यापक-विरोधी नीतियों के खिलाफ 29 अप्रैल को दिल्ली में डीएवी कॉलेज मैनेजिंग कमेटी के ऑफिस के बाहर आयोजित रोष रैली में बड़ी संख्या में शामिल होने की अपील की। उन्होंने एचएमवी यूनिट को भरोसा दिलाया कि पंजाब चंडीगढ़ कॉलेज टीचर्स यूनियन ऑटोनोमी का डटकर विरोध करती है।
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