‘Pushpa 2’ की स्क्रीनिंग में मची भगदड़: महिला की मौत, थिएटर प्रबंधन पर कानूनी कार्रवाई होगी. हैदराबाद में ‘Pushpa 2: द रूल’ की प्रीमियर स्क्रीनिंग के दौरान हुई दुखद घटना ने फिल्म की शुरुआत को झकझोर कर रख दिया। एक भगदड़ में 39 वर्षीय महिला रेवती की मौत हो गई, जबकि उनका बेटा गंभीर रूप से घायल है और अस्पताल में भर्ती है।
थिएटर प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप
घटना हैदराबाद के संध्या थिएटर में हुई, जहां अल्लू अर्जुन और रश्मिका मंदाना की इस बहुप्रतीक्षित फिल्म को देखने भारी भीड़ जमा हुई थी। पुलिस की प्रारंभिक जांच में पता चला है कि थिएटर प्रबंधन ने भीड़ नियंत्रण के लिए पर्याप्त इंतजाम नहीं किए थे।
पुलिस अधिकारी का बयान:
“थिएटर प्रबंधन ने न तो भीड़ को नियंत्रित करने के लिए कोई व्यवस्था की और न ही अभिनेता और फिल्म टीम के आने की पूर्व सूचना दी। भारी भीड़ ने अंदर घुसने की कोशिश की, जिससे रेवती और उनके बेटे को दम घुटने की वजह से बेहोशी हो गई।”
पुलिस ने यह भी बताया कि संध्या थिएटर एक छोटा थिएटर है, जो इतनी बड़ी भीड़ को संभालने में सक्षम नहीं था। अल्लू अर्जुन को देखने के लिए हजारों की संख्या में फैंस इकट्ठा हुए थे, जिससे भगदड़ मच गई।
रेवती की मौत और परिवार पर असर
प्रारंभिक रिपोर्ट्स के अनुसार, रेवती अपने परिवार के साथ फिल्म की स्क्रीनिंग में आई थीं। जब फैंस ने अल्लू अर्जुन की एक झलक पाने के लिए थिएटर के बाहर धक्का-मुक्की शुरू की, तो भगदड़ में रेवती और उनका बेटा गिर पड़े।
रेवती को बचाने की कोशिशें नाकाम रहीं, और उन्होंने दम तोड़ दिया। उनके बेटे का इलाज अभी अस्पताल में चल रहा है।
पुलिस ने थिएटर प्रबंधन के खिलाफ लापरवाही का मामला दर्ज करने की पुष्टि की है। यह जांच की जा रही है कि क्या प्रबंधन ने भीड़ नियंत्रण और सुरक्षा उपायों में लापरवाही बरती।
‘Pushpa 2: द रूल’ बॉक्स ऑफिस पर बना रही है रिकॉर्ड
जहां इस दुखद घटना ने फिल्म के प्रीमियर को धूमिल किया, वहीं बॉक्स ऑफिस पर ‘Pushpa 2’ शानदार प्रदर्शन कर रही है। देशभर के कई थिएटरों में पहले ही दिन के सभी शो ‘सोल्ड आउट’ हो गए।
यह फिल्म अल्लू अर्जुन और रश्मिका मंदाना की जोड़ी और सुकुमार के निर्देशन में बनी है, जिसने दर्शकों को पहले ही आकर्षित कर लिया है।
फैंस की दीवानगी और सुरक्षा का सवाल
इस घटना ने दर्शकों की दीवानगी और थिएटर प्रबंधन की जिम्मेदारी पर बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है। फैंस के प्यार और उत्साह को सुरक्षित तरीके से संभालने की जरूरत है ताकि ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।
‘Pushpa 2’ का प्रीमियर एक तरफ फिल्म की सफलता का जश्न था, तो दूसरी तरफ यह घटना एक दुखद और गंभीर मुद्दा बन गई। यह घटना हमें यह सोचने पर मजबूर करती है कि ऐसी घटनाओं से बचने के लिए बेहतर सुरक्षा और प्रबंधन की कितनी जरूरत है।