Punjab media news : मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के दिशा निर्देशों के अनुरूप पंजाब की एडीशनल चीफ सैक्रेटरी और फाइनेंशियल कमिश्नर रैवेन्यू अनुराग वर्मा ने आज बड़े स्तर पर राज्य भर के तहसीलदारों और नायब तहसीलदारों के किए तबादलों के आदेश जारी किए। इन आदेशों में जालंधर जिला में तैनात 6 तहसीलदारों और 12 नायब तहसीलदारों का दूसरे जिलों में तबादला कर दिया है परंतु इन आदेशों मे जालंधर जिला में किसी भी नए तहसीलदार की तैनाती नहीं हुई, जबकि जिले में 12 नए नायब तहसीलदार तैनात कर दिए गए हैं, जो कि अब जिले में रजिस्ट्रियों के अलावा प्रॉपर्टी से संबंधित दस्तावेजों को अप्रूवल देने सहित अन्य विभागीय काम देखेंगे।
जिक्रयोग्य है कि केवल शाहकोट जिला में तैनात तहसीलदार मनिंदर सिंह सिद्धू भगवंत मान के चाबुक से बच गए है, क्योंकि उन्हें गत महीनों पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट से बतौर तहसीलदार शाहकोट की सीट पर काम करने को लेकर स्टे मिला हुआ है, जिस कारण तबादलों की सूची से उन्हें बाहर रखा गया है। परंतु पंजाब के इतिहास में शायद पहली बार देखने को मिला है कि पंजाब सरकार ने इतनी बड़ी तादाद में तहसीलदारों व नायब तहसीलदारों के एक साथ तबादला किया हो और तबादलों में अधिकारियों को तहसील व सब तहसीलों में ट्रांसफर करने की बजाय उन्हें जिला अलाट किए गए हैं।
अब सरकार ने हरेक जिला के डिप्टी कमिश्नरों को पावर दे दी है कि डिप्टी कमिश्नर ही अपने संबंधित जिला के तहसीलदारों और नायब तहसीलदारों को किस तहसील व सब तहसील का कामकाज सौंपना है, का फैसला लेंगे। चूंकि पंजाब का महत्वपूर्ण जिला माने जाते जालंधर में तहसीलदारों के तबादलों के बदले किसी नए तहसीलदार को तैनात नहीं किया गया है, जिस कारण अब डिप्टी कमिश्नर डा. हिमांशु अग्रवाल ही फैसला करेंगे कि आखिर किस नायब तहसीलदार को किस तहसील व सब तहसील का दायित्व सौंपा जाए।
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