Ppunjab media news : पंजाब के अमृतसर जिले के मजीठा में जहरीली शराब पीने से 17 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि कई लोग अस्पतालों में जिंदगी और मौत से जूझ रहे हैं। इस घटना से जिला पुलिस गुरदासपुर को भी समय रहते सबक लेने की ज़रूरत है और जिले में चल रहे अवैध शराब के कारोबार के खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी चाहिए। सीमावर्ती इलाकों और आसपास के गांवों में अवैध शराब का धंधा तेजी से फल-फूल रहा है। हालांकि पुलिस समय-समय पर तस्करों के खिलाफ छापेमारी करती है, लेकिन इसके बावजूद ग्रामीण क्षेत्रों में यह कारोबार धड़ल्ले से जारी है। घटिया शराब लोगों की जान की दुश्मन बनती जा रही है।
यह पंजाब में जहरीली शराब से मौत का चौथा बड़ा मामला है। इससे पहले तरनतारन जिले में 100 से अधिक, संगरूर में 21 और अमृतसर के तरसिक्का थाने के मूसल गांव में 11 लोगों की मौत हो चुकी है। गुरदासपुर के मोचपुर गांव में भी कई लोगों की मौत हो चुकी है। अब मजीठा में 17 से अधिक मौतें इस गंभीर समस्या की भयावहता को उजागर कर रही हैं।
महंगी शराब के कारण लोग घटिया शराब पीने को मजबूर
महंगी शराब हर किसी की पहुंच से बाहर हो चुकी है। अमीर वर्ग तो शराब की दुकानों से ब्रांडेड शराब खरीद सकता है, लेकिन ग्रामीण और दिहाड़ी मजदूर 10-20 रुपए प्रति गिलास की दर से सस्ती और जहरीली देसी शराब खरीदने को मजबूर हैं, जो उनके लिए जानलेवा साबित हो रही है।

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