Punjab media news : जालंधर की सबसे बड़ी चर्च, उसके पादरी और उसके करीब 11 ठिकानों पर छापेमारी करने आई इनकम टैक्स विभाग की टीम 38 घंटे चप्पा-चप्पा छानने के बाद खाली हाथ लौट गई है। यह दावा खुद पंजाब की सबसे बड़ी खांबड़ा चर्च के पादरी अंकुर नरूला ने किया है। अंकुर ने कहा कि इनकम टैक्स विभाग के अधिकारी को एक रुपया भी ऐसा नहीं मिला जो दो नंबर हो।
पादरी अंकुर नरूला ने कहा कि इनकम टैक्स विभाग के अधिकारियों ने सोफिया इंस्टिट्यूट, चर्च, एम्मानुएल स्टोर और उनके रिश्तेदारों, ससुराल इत्यादि में छापेमारी की। पादरी ने कहा कि रेड सुबह 6 बजे डाली गई, जब अधिकतर लोग सो रहे थे। सभी लोगों को घर से बाहर जाने की मनाही कर दी। सिर्फ इमरजेंसी में ही जाने की इजाजत दी।
घर में मिले सिर्फ 13 हजार रुपए, कोई सीक्रेट लॉकर नहीं
पादरी अंकुर ने कहा कि इनकम टैक्स के अधिकारियों को शक था कि शायद उनके घर में और उनके ससुराल में बहुत सारा सोना, पैसा मिलेगा। कोई सीक्रेट लॉकर मिलेगा। छतों, दीवारों की सीलिंग तक चैक की गई कि कहीं से पांच-पांच सौ रुपए की गड्डियां नजर आ जाएं, लेकिन कुछ नहीं मिला। उनकी पत्नी से अधिकारियों ने पूछा आपके पास सोने के आभूषण हैं, कहां रखे हैं?
पादरी नरूला ने कहा कि उनकी पत्नी ने जवाब दिया कि हां उनके पास पास गहने हैं। पत्नी ने दोनों कानों से अपनी सोने की बालियां उतार कर टेबल पर रख दीं। फिर पूछा कि घर में कैश कहां रखा है। उन्होंने घर में पड़े 13 हजार रुपए अधिकारियों के सामने लाकर रख दिए। अधिकारियों ने घर का कोना-कोना छान मारा, लेकिन कुछ नहीं मिला।
कच्चे में वह कोई काम नहीं करते
अंकुर नरूला ने कहा कि उन्हें न छापेमारी का कोई डर है और न ही छापेमारी से उन पर कोई असर पड़ा है। क्योंकि मिनिस्ट्रीस में 100% लेनदेन पक्की जीएसटी पेड बिलिंग पर होता है। इनकम टैक्स विभाग को कोई भी पर्ची या कोई भी ट्रांजेक्शन ऐसी नहीं मिली जो कि गैर कानूनी हो, जिसका कोई हिसाब किताबों में या बैंक की एंट्रियों में न मिला हो।
छापेमारी इनकम टैक्स को जो मिला उसकी डिटेल भी की शेयर
अंकुर नरूला ने इनकम टैक्स को छापेमारी में जो कुछ भी मिला उसकी सारी डिटेल भी शेयर की है। उन्होंने कहा कि सोफिया इंस्टीट्यूट में 1100 रुपए, ब्रांच में 70 रुपए, ससुराल में 500 और घर में 13000 रुपए और चर्च के लाकर से सिक्के मिले। कोई बेनामी संपत्ति, विदेश की ट्रांजेक्शन, विदेशी अकाउंट नहीं मिला। यहां तक कि कोई कच्चा बिल भी नहीं मिला।