Punjab media newsएकतरफ जहां मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान व एफ.सी.आर. (फाइनांस कमिशनर रैवेन्यू) अनुराग वर्मा की तरफ से माल विभाग के तहसीलदारों, नायब तहसीलदारों व सब-रजिस्ट्रारों के दूर-दराज इलाकों में तबादले किए गए हैं और भ्रष्टाचार करने वाले माल अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई की गई हैं तो वहीं पटवार सर्किल नंगली में कुछ अलग ही मंजर देखने को मिल रहा है।
जानकारी के अनुसार नवनियुक्त डी.सी. दलविन्दरजीत सिंह की तरफ से प्रबंधकीय कारणों को मुख्य रखते हुए पिछले सप्ताह पांच पटवारियों का तबादला किया गया, जिसमें नंगली सर्किल के पटवारी अमित बहल भी शामिल था, लेकिन उक्त पटवारी ने डी.सी. के आदेशों का पालन करने के बजाय डी.सी. के आदेशों के खिलाफ ही माननीय पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट में याचिका दायर कर दी, जिस पर अदालत ने अभी तक कोई स्टे तो नहीं दिया, लेकिन सरकारी वकील की चुनावों की दलील सुनने के बाद अगली सुनवाई 18 दिसम्बर तो रख दी है। यह मामला कई वर्षों के बाद सामने आया है, क्योंकि आम आदमी पार्टी सरकार के अब तक के कार्यकाल के दौरान किसी भी माल अफसर या पटवारी ने अपने ही डी.सी. के आदेशों के खिलाफ ऐसा कदम नहीं उठाया है। फिलहाल यह मामला अब एफ.सी.आर. दफ्तर से लेकर डी.सी. दफ्तर तक बहुत ही सख्ती के साथ लिया जा रहा है।
नंगली सर्किल के सरकारी रिकार्ड को संभाल रहे थे प्राइवेट करिन्दे
नंगली पटवार सर्कल के बारे में सूचना मिली है कि उक्त पटवारी की तरफ से सरकारी आदेशों का उल्लंघन करते हुए और कानून तो ताक में रखते हुए चार से पांच प्राइवेट करिन्दे रखे हुए थे, जो लोगों को फर्द आदि देने, इंतकाल करने आदि व पटवार सर्किल से संबंधित अन्य काम संभाल रहे थे ऐसा करने की इजाजत उक्त पटवारी को न तो डी.सी. की तरफ से दी गई है और न ही किसी अन्य प्रशासनिक अधिकारी की तरफ से दी गई है। यहां तक कि विजिलैंस विभाग ने अभी तक इन प्राइवेट करिन्दों के खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं की यह भी एक बड़ा सवाल बना हुआ है। मामला विजिलेंस विभाग के पास भी पहुंच चुका है, क्योंकि प्राइवेट करिन्दे आमतौर पर लोगों की जमीनी रिकार्ड के साथ छेड़छाड़ करते रहते हैं।
पंजाब केसरी टीम पहुंची तो प्राइवेट करिन्दे हुए फरार
पटवार सर्किल नंगली में प्राइवेट करिन्दों की सूचना संबंधी असलीयत देखने के लिए जब पंजाब केसरी टीम की तरफ से पटवारखाना टू स्थित पटवार सर्कल नंगली के दफ्तर में पहुंच की गई तो पटवारी अमित बहल तो कहीं नजर नहीं आया, लेकिन चार से पांच प्राइवेट करिन्दे जो कि सरकारी रिकार्ड के बहीखातों को अपने हाथों में लेकर काम कर रहे थे, वह कैमरे के सामने आकर अपना नाम बताने के बजाय मौके से भागते नजर आए, यहां तक कि सारा दफ्तर ही खाली हो गया। इन प्राइवेट करिन्दों की तस्वीरें कैमरे में कैद जरुर कर ली गई हैं जो जल्द ही विजिलैंस विभाग, डी.सी., ए.डी.सी. व अन्य अधिकारियों के समक्ष रखी जाएंगी।
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