Chemicals in Mosquito Repellent Cream: बारिश का मौसम शुरू होते ही मच्छरों का आतंक हर घर में बढ़ जाता है. खासकर जब घर में छोटा बच्चा हो तो मां-बाप की चिंता और भी ज़्यादा हो जाती है. क्योंकि एक तरफ मच्छरों से होने वाली बीमारियों जैसे डेंगू, मलेरिया, चिकनगुनिया से बचाना ज़रूरी है वहीं दूसरी ओर बाज़ार में बिकने वाले मच्छर भगाने वाले प्रोडक्ट्स जैसे क्रीम, स्प्रे या कॉइल के इस्तेमाल से बच्चों की नाज़ुक त्वचा और सेहत पर क्या असर होगा- ये डर भी बना रहता है.
यही वजह है कि ज्यादातर पेरेंट्स के मन में एक सवाल बार-बार आता है क्या बच्चों पर मच्छर भगाने वाली क्रीम लगाना सही है? खासकर नवजात या 5 साल तक के बच्चों के लिए ये चिंता और भी ज्यादा होती है. कोई कहता है क्रीम लगा दो, कोई कहता है नैचुरल उपाय अपनाओ. लेकिन सच्चाई क्या है ये जानेंगें एक्सपर्ट से.
दिल्ली एम्स में पीडियाट्रिक विभाग में डॉ राकेश बागड़ी बताते हैं किबच्चों की स्किन बेहद सेंसिटिव होती है. उनकी इम्यूनिटी भी अभी विकसित हो रही होती है. ऐसे में जो चीज़ें बड़ों के लिए सेफ मानी जाती हैं, वही बच्चों के लिए नुकसानदेह हो सकती हैं. बच्चों को कोई भी क्रीम लगाना इसलिए भी खरतनाक होता है क्योंकि बच्चा अपने हाथ या कपड़ों को खेलते समय आंख या मुंह से छू लेता दिससे कैमिकल शरीर में जा सते हैं और नुसकान कर सकते हैं.
मच्छर भगाने वाली क्रीम में कौनसा कैमिकल
अब सवाल उठता है कि बाज़ार में मिलने वाली ये मच्छर भगाने वाली क्रीम या लोशन में क्या केमिकल्स होते हैं? जवाब है- हां.
1- DEET (Diethyltoluamide)
से सबसे ज्यादा इस्तेमाल किया जाने वाना रिपेलेंट कैमिकल है. कैमिकल की मात्रा अलग-अलग रिपेलेंट में 5 से लेकर 100 फिसदी तक होती है. WHO के अनुसार जिस रिपेलेंट में 10 फीसदी से कम DEET होगा वही बच्चों के लिए सुरक्षित होगी. इसके अधिक इस्तेमाल से खुजली और स्किन एसर्जी हो सकती है.
2- Picaridin (Icaridin)
DEET के ही जैसा होता है यो कैमिकल लेकिन इसमें गंध कम होती है. हल्का होता है स्किन पर चिपचिपाहट नहीं करता. बच्चों के थोड़ा बेहतर पर कैमिकल की मात्रा 10 फिसदी से अधिक न हो.
3- Oil of Lemon Eucalyptus (OLE)
यह एक नैचुरल सोर्स से निकाला गया केमिकल है, लेकिन इसे भी प्रोसेस कर के तैयार किया जाता है. भले ही ये नेचुरल तरीके से बनाया गया है लेकिन 3 साल से छोटे बच्चों के लिए इसे भी सुरक्षित नहीं माना गया है.
4- Permethrin
ये कैमिकल क्रीम या स्प्रे में कम मिलता है लेकिन कपड़ों या मच्छरदानी पर इस्तेमाल करने के लिए बनाया जाता है. इसे अगर बच्चों की स्किन पर लगा दिया तो खुलजी, स्किन इंफेक्शन या एलर्जी हो सकती है.
सही विकल्पों का इस्तेमाल
-बाजार में अब कुछ नैचुरल या हर्बल मच्छर भगाने वाले उत्पाद भी आने लगे हैं जिनमें सिट्रोनेला, लेमनग्रास, नीलगिरी (eucalyptus) जैसे तेलों का इस्तेमाल होता है. ये तुलनात्मक रूप से बच्चों के लिए सुरक्षित माने जाते हैं.
इसके अलावा आप फिजिकल प्रोटेक्शन पर भी फोकस कर सकते हैं. जैसे बच्चे को फुल स्लीव कपड़े पहनाएं, सोते समय मच्छरदानी का इस्तेमाल करें, घर के आसपास पानी जमा न होने दें, और शाम के समय बाहर खेलने से पहले पूरी तैयारी रखें.
अगर क्रीम लगानी भी हो तो डॉक्टर की सलाह लेकर कोई ऐसी क्रीम चुनें जिसमें कम मात्रा में DEET हो और जो खास बच्चों के लिए बनी हो. साथ ही बच्चे के हाथ-पैर पर थोड़ा सा लगाकर पहले पैच टेस्ट कर लें ताकि स्किन रिएक्शन न हो.