सोशल मीडिया पर साइबर टीम की निगाहें
इस मामले के सामने आने के बाद पंजाब पुलिस के साइबर माहिर भी सक्रिय हो चुके हैं। स्पेशल टीमें तलाश कर रही हैं कि सोशल मीडिया पर यह वीडियो कहीं वायरल तो नहीं हो रहे हैं। इसके अलावा हर जिले की साइबर टीम को हिदायत दी गई है कि वह अपने यहां चल रहे सोशल ग्रुपों पर भी नजर रखें। कहीं पर भी ऐसी बात आती है तो तुरंत अधिकारियों को सूचित करें।
मेरी डीपी का गलत इस्तेमाल हुआ
रंकज से पूछताछ में सामने आया कि उसकी फोटो का दुरुपयोग किया गया है। लड़की के मोबाइल में उसकी डीपी वाला जो व्हाट्सएप अकाउंट दिखाया गया है वह फेक है। न तो ये मोबाइल नंबर उसका है और न आईपी एड्रेस। वहीं अदालत के बाहर वकील ने भी कहा कि आज के समय में कोई भी किसी की भी डीपी लगा सकता है।