Punjab media news :देशभर की अदालतें लंबित मामलों की संख्या से लगातार बढ़ोतरी हो रही हैं. अब हाल ही में संसद में ये मुद्दा उठा, जहां शीतकालीन सत्र के दौरान कानून मंत्री अर्जुनराम मेघवाल ने लोकसभा में बताया कि देश की अदालतों में फिलहाल 5 करोड़ से ज्यादा मामले लंबित पड़े हैं. सिर्फ सुप्रीम कोर्ट में लंबित मामलों की संख्या 80 हजार है.
संसद में एक सवाल के जवाब में मेघवाल ने बताया कि 1 दिसंबर तक अदालतों में 5,08,85,856 मामले लंबित हैं. इनमें से 61 लाख से ज्यादा मामले उच्च न्यायालयों के स्तर पर हैं. वहीं जिला और अधीनस्थ अदालतों में लंबित मामलों की संख्या 4.46 करोड़ से ज्यादा है.
मानसून सत्र के बाद बड़ी लंबित मामलों की संख्या?
इससे पहले कानून मंत्री अर्जुनराम मेघवाल ने मानसून सत्र के दौरान भी एक सवाल के जवाब में लंबित मामलों की संख्या बताई थी. जिसमें उन्होंने लंबित मामलों की संख्या 5.2 करोड़ बताते हुए कहा था, “इंटीग्रेटेड केस मैनेजमेंट सिस्टम (आईसीएमआईएस) से प्राप्त आंकड़ों के मुताबिक 1 जुलाई तक सुप्रीम कोर्ट में 69,766 मामले लंबित हैं.
नेशनल ज्यूडिशियल डेटा ग्रिड (एनजेडीजी) पर मौजूद जानकारी के मुताबिक 14 जुलाई तक हाई कोर्ट में 60,62,953 और जिला और अधीनस्थ अदालतों में 4,41,35,357 मामले लंबित हैं.”
वहीं संसद के शीतकालीन सत्र में लंबित मामलों की संख्या 5,08,85,856 बताई गई है. जाहिर है लंबित मामलों में लगातार इजाफा होता जा रहा है. वहीं पिछले सत्र के दौरान सुप्रीम कोर्ट में जहां लंबित मामलों की संख्या 69,766 बताई गई थी अब इसमें में इजाफा हो गया है और ये संख्या 80 हजार पहुंच गई है.