Punjab media news : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को नगालैंड और मेघालय में तीन चुनावी सभाओं में शामिल हुए। प्रधानमंत्री ने मेघालय के शिलॉन्ग में कहा कि कुछ लोग जिनको देश ने नकार दिया है, जो निराशा के गर्त में डूब चुके हैं, वो आजकल माला जपते हैं और कह रहे हैं कि मोदी तेरी कब्र खुदेगी, लेकिन देश कह रहा है, देश का कोना कोना कह रहा है, मोदी तेरा कमल खिलेगा।
PM ने कहा- आज जिस प्रकार से शानदार और जानदार रोड शो आपने किया है, आपका यह प्यार, आपका यह आशीर्वाद, मैं आपके इस कर्ज को जरूर चुकाऊंगा। आपके इस प्यार और आशीर्वाद का कर्ज मैं मेघालय का विकास कर चुकाऊंगा, आपके कल्याण के काम को गति देकर चुकाऊंगा। आपके इस प्यार को मैं बेकार नहीं जाने दूंगा।
प्रधानमंत्री ने कहा- जब मैं मेघालय के बारे में सोचता हूं तो मैं प्रतिभाशाली लोगों, जीवंत परंपराओं के बारे में सोचता हूं, अद्भुत प्राकृतिक सौंदर्य के बारे में भी सोचता हूं। मेघालय का संगीत जीवंत है। फुटबॉल के लिए जुनून है। मेघालय के हर कोने में रचनात्मकता है।
मेघालय में कमल खिल रहा है
प्रधानमंत्री ने कहा- मेघालय में चारों तरफ बीजेपी ही बीजेपी दिख रही है। पर्वतीय हो या मैदानी इलाका, गांव हो या शहर हर तरफ कमल खिलता दिख रहा है। मेघालय आज फैमिली फर्स्ट की बजाय पीपुल फर्स्ट वाली सरकार चाहता है इसलिए आज ‘कमल का फूल’ मेघालय की मजबूती, शांति और स्थिरता का पर्याय बन गया है।
मेघालय के हितों को कभी भी प्राथमिकता नहीं दी गई, आपको छोटे-छोटे मुद्दों पर बांटा गया। इस राजनीति ने आपका बहुत नुकसान किया है, यहां के युवाओं का बहुत नुकसान किया है। शिलॉन्ग के बाद प्रधानमंत्री ने तुरा में चुनावी रैली को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि मेघालय के लोगों ने तय किया है कि शिलॉन्ग और दिल्ली में भाजपा की सरकार होनी चाहिए।
इससे पहले प्रधानमंत्री ने नगालैंड के दिमापुर में सभा की। उन्होंने यहां अपने संबोधन में नॉर्थ-ईस्ट को लेकर पहले की कांग्रेस सरकार की नीतियों पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा- कांग्रेस ने नॉर्थ-ईस्ट को ATM माना हुआ था। सरकार का पैसा जनता तक नहीं, बल्कि करप्ट पार्टियों की तिजोरी में पहुंचता था।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने नगालैंड की सरकार को रिमोट कंट्रोल से चलाया। दिल्ली से लेकर दीमापुर तक इन्होंने परिवारवाद को ही प्राथमिकता दे रखी थी, लेकिन हमारी सरकार ने पूरे नॉर्थ-ईस्ट के लिए दिल्ली की सरकार की सोच को ही बदल दिया है। नगालैंड को पहली महिला राज्यसभा सांसद देने का अवसर भी NDA को मिला है।