Punjab media news : विश्व स्वास्थ्य संगठन यानी WHO ने पूरी दुनिया में फिर से कोरोना वायरस संक्रमण की नई लहर आने का अंदेशा जताया है. राहत की बात यह है कि कोविड-19 की नई लहर में मौत का आंकड़ा काफी कम रह सकता है. WHO ने ओमिक्रॉन के नए सबवेरिएंट XBB.1.5 को अभी तक का सबसे ज्यादा संक्रामक रूप माना है. हर दूसरे सप्ताह इससे संक्रमित लोगों की तादाद दोगुनी हो जा रही है. WHO ने XBB.1.5 सबवेरिएंट से उत्तर-पूर्वी अमेरिका को सबसे ज्यादा प्रभावित माना है. विश्व स्वास्थ्य संगठन ने उत्तर-पूर्वी अमेरिका में XBB.1.5 सबवेरिएंट के काफी तेजी से हो रहे फैलाव पर चिंता भी जाहिर की है. कोरोना संक्रमण के लिहाज से चीन भी पूरी दुनिया के लिए खतरा बना हुआ है.
WHO की अधिकारी मारिया वान केरखोव ने बताया कि ओमिक्रॉन का नया सबवेरिएंट XBB.1.5 अभी तक का कोरोना का सबसे ज्यादा तेजी से फैलने वाला रूप है. WHO के पास अभी इस सबवेरिएंट की गंभीरता को लेकर कोई डाटा नहीं है. अभी तक इस बात के संकेत नहीं मिले हैं कि यह पहले मिले सबवेरिएंट के मुकाबले संक्रमितों को ज्यादा बीमार करने में सक्षम है. फिलहाल XBB.1.5 का फैलाव अमेरिका में ज्यादा हो रहा है. अमेरिका में तेजी से हो रहे इसके फैलाव ने स्वास्थ्य संगठन को चिंता में डाल दिया है. विशेषज्ञों का कहना है कि तकरीबन हर दूसरे सप्ताह XBB.1.5 संक्रमितों की संख्या दोगुनी हो जा रही है. मारिया ने बताया कि यह वायरस कोशिकाओं में असाधारण रूप से चिपक जाता है, जिससे इसे आसानी से म्यूटेट करने में मदद मिलती है.
डब्ल्यूएचओ की मारिया वान ने बताया कि XBB.1.5 सबवेरिएंट जितना फैला रहा है, उतना ही इसमें बदलाव आने की आशंका बढ़ रही है. मारिया ने दुनिया में कोरोना संक्रमण की नई लहर आ सकती है, लेकिन इस बार बड़़ी तादाद में लोगों की मौत नहीं होगी. उन्होंने इसकी वजह बताते हुए कहा कि इस बार कोरोना से निपटने की प्रक्रिया भी चल रही है, जिससे लोगों को मौत के मुंह में जाने से बचाया जा सकता है. बता दें कि इस वक्त चीन पूरी दुनिया के लिए खतरा बना हुआ है.