कोरोना संक्रमितों की संख्या में उछाल आ रहा है। पंजाब में एक दिन में सामने आने वाले कोरोना के नए मरीजों की संख्या में भी तीन गुना इजाफा हुआ है। एक जुलाई को नए मरीजों की संख्या 141 थी, वहीं 27 जुलाई यह 584 पहुंच गई। वहीं चंडीगढ़ में भी कोरोना के मामलों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। चंडीगढ़ में एक जुलाई को 70 मरीज मिले थे। वहीं 31 जुलाई को सबसे ज्यादा 188 नए मामले मिले हैं।
जुलाई में कुल 2736 नए मरीज मिल चुके हैं। जुलाई में ही चार लोगों की कोरोना से मौत भी हुई है। वहीं शहर में में मई महीने में 379 नए केस दर्ज किए गए थे। जून में 1414 मामले आए थे। डॉक्टरों का कहना है कि वायरस म्युटेट होना, मास्क से दूरी और प्रिकाॅशनरी डोज न लगवाना संक्रमण बढ़ने का बड़ा कारण है।
हालांकि राहत की बात यह है कि इस बार मरीज तेजी से ठीक हो रहे हैं। मरीज 6 दिन में रिकवर कर रहा है। पहले 15 दिन लगते थे। सेहत विभाग के अनुसार पंजाब में अस्पतालों में ऑक्सीजन सपोर्ट पर चल रहे मरीजों की गिनती 60 पर पहुंच गई है।
चंडीगढ़ में ऐसे बढ़े केस
दिनांक केस 1 जुलाई 70 2 जुलाई 43 3 जुलाई 71 4 जुलाई 34 5 जुलाई 52 11 जुलाई 34 12 जुलाई 74 13 जुलाई 72 14 जुलाई 91 15 जुलाई 80 21 जुलाई 116 22 जुलाई 127 23 जुलाई 135 24 जुलाई 145 25 जुलाई 81 31 जुलाई 188
जहां पहले लोग खुद कैंप लगवा रहे थे, अब फोन नहीं उठा रहे…
सेहत विभाग के अधिकारियों का कहना है कि दूसरी डोज की पेंडेंसी के लिए जहां विभाग ने फैक्ट्रियों, स्कूलों और बैंकों में कैंप लगाए थे, वहां अब विभाग के स्टाफ को लोग बुला नहीं रहे। अगर हम फोन करते हैं तो नंबर ब्लॉक कर दिया जाता है।
पहले मरीज को सांस लेेने में होती थी दिक्कत लेकिन अब अिधकतर केस में ऐसा नहीं होता
अस्पतालों में मरीज बढ़ने का कारण क्या है
मौजूदा समय में मौसम में बदलाव होने और दिन रात के तापमान के अंतर के चलते वायरल इंफेक्शन भी हो रहा है। इसके अलावा अब मास्क अनिवार्य नहीं है। कोरोना संक्रमित मरीज बात करते हुए ड्रॉपलेट तेजी से आगे ट्रांसफर कर रहा है। यही कारण है कि यह तेजी से फैल रहा है। लेकिन यह पहले के मुकाबले कम घातक है।
वायरल इन्फेक्शन और काेविड के बीच अंतर क्या है
कोविड में बुखार के साथ गले में ज्यादा दिक्कत हो रही है और गले में जख्म हो रहे है। वहीं, वायरल में बुखार के साथ पेट की समस्या ज्यादा हो रही है।
गले में जख्म होने का क्या कारण है
मौजूदा समय में कोविड के जो मरीज सामने आ रहे है, उन सभी में गले में खराश और खांसी की दिक्कत है। ज्यादा खांसी के चलते गले में जख्म हो रहे हैं।
इस बार क्या कोरोना कुछ अलग है
दो से तीन दिन तक तेज बुखार चढ़ता है और दवा लेने पर उतर रहा है। यह गले में रह रहा है। जबकि पहले ऐसा नहीं था। पहले मरीज को बुखार के साथ खांसी और सीने में दर्द होता था और सांस लेने में दिक्कत पैदा होती थी। ऐसा अब नहीं है। बुखार में शरीर भी बुरी तरह से टूट रहा है लेकिन मरीज 6 दिन में रिकवर कर रहा है। पहले 15 दिन लगते थे।
जैसा सेहत विभाग के कोरोना मामलों के विशेषज्ञ डॉ. राजेश भास्कर और चेस्ट स्पेशलिस्ट डॉ. विनीत महाजन ने बताया
मास्क अनिवार्य करना होगा…
सेहत विभाग के एक्सपर्ट डॉ. राजेश भास्कर का कहना है कि पंजाब में कोविड के मामले दिल्ली और हरियाणा की तर्ज पर ही बढ़ते हैं। वहां भी मरीज बढ़ रहे हैं। आने वाले दिनों में पंजाब में स्थिति खराब हो सकती है। टेस्ट और मास्क को अनिवार्य करना चाहिए।