मुंबई (पंजाब मीडिया न्यूज)-‘जर्नल ऑफ गेरेंटोलॉजी’ में छपे एक अमेरिकी अध्ययन में शोधकर्ताओं के मुताबिक प्रोटीन गर्भस्थ शिशु में टेस्टॉस्टेरॉन और ऑइस्ट्रोजन हार्मोन का स्तर संतुलित रखता है। विभिन्न अध्ययन में पुरुषों के प्रोस्टेट में कैंसर को जन्म देने वाले ट्यूमर के पनपने के लिए टेस्टॉस्टेरॉन हार्मोन की कमी को मुख्य रूप से जिम्मेदार ठहराया गया है। गर्भावस्था में प्रोटीन से भरपूर आहार, मसलन दाल, बींस, पालक, अंडा और चिकन न खाने वाली महिलाएं अपने होने वाले बच्चे को प्रोस्टेट कैंसर के प्रति ज्यादा संवेदनशील बनाती हैं।
पाचन क्रिया को दुरुस्त रखने के लिए भी पालक खाने और दाल पीने की सलाह दी जाती है, क्योंकि ये शरीर के विषाक्त (Toxic) पदार्थों को बाहर निकालने में मददगार होती है। अगर पालक वाली दाल खाई जाए तो हमें दोनों फायदे एकसाथ मिल सकते हैं। गैस्ट्रोइंटेस्टाइन पाचन तंत्र से संबंधित होता है।