इस्लामाबाद (ब्यूरो)- पाकिस्तान में प्रधानमंत्री इमरान खान बेशक विश्वास मत हासिल करने में कामयाब रहे लेकिन पाक के हालात महंगाई और भुखमरी के कारण अभी भी बिगड़े हुए हैं। पाकिस्तान में चिकन मीट ही नहीं, डे और अदरक के भाव भी सातवें आसमान पर है। रावलपिंडी में अंडे की कीमत 350 रुपये प्रति दर्जन और एक किलो अदरक 1000 रुपये का बिक रहा है। कुछ दिन पहले तक आटे के लिए घंटों लाइन लगाने वाले पाकिस्तानियों को अब रसोई गैस की भी किल्लत का सामना करना पड़ सकता है।
जानिए क्यों बढ़ रहे चिकन के दाम
कराची के एक चिकन विक्रेता के मुताबिक, मुर्गे के मीट का दाम बढ़ने के पीछे चारा और कच्चे माल की कीमतों में बेहताशा बढ़ोत्तरी है। इससे पोल्ट्री के उत्पादों की लागत भी बढ़ी है। हमें अपने नुकसान की भरपाई करने के लिए मीट का दाम बढ़ाना पड़ रहा है। हालांकि, विक्रेता संघों ने बताया कि आने वाले दिनों में मीट की कीमत कम होगी। कई पोल्ट्री उत्पादक संगठन बाहर से माल मंगाने पर विचार कर रहे हैं।
मुद्रास्फीति को नियंत्रित करने में इमरान खान फेल
गौरतलब है कि, पिछले महीने प्रधानमंत्री इमरान खान ने देश में बढ़ती महंगाई को नियंत्रित करने के लिए पंजाब और खैबर पख्तूनख्वा (केपी) की बाजार समितियों को भंग कर दिया था। इमरान ने इस्लामाबाद में आवश्यक वस्तुओं के मूल्य नियंत्रण के संबंध में एक बैठक की अध्यक्षता करते हुए यह निर्णय लिया था। दरअसल, इन दोनों राज्यों से मिस गवर्नेंस और भ्रष्टाचार की खूब शिकायतें मिली थीं।
जिंदा मुर्गे की कीमत 370 रुपये प्रति किलोग्राम
कराची में जिंदा मुर्गे की कीमत 370 रुपये प्रति किलोग्राम और मीट की कीमत 500 रुपये तक पहुंच गई है। बड़ी संख्या में स्थानीय खरीदारों ने चिकन मीट की कीमतों में वृद्धि को लेकर गुस्सा जाहिर किया है। जबकि, लाहौर में चिकन मीट की कीमत 365 रुपये प्रति किलोग्राम बताई जा रही है।