क्या आप जानते हैं कि यूरिक एसिड क्या होता है और यह कैसे बनता है। इससे बढ़ने से आपको क्या नुकसान होता है। इसको आप कैसे नियंत्रित कर सकते हैं। आईए हम आपको बताते हैं…यूरिक एसिड शरीर के सेल्स और हमारे आहार से बनता है। शरीर में यूरिक एसिड हमेशा होता है, यह यूरिन के जरिए शरीर से निकलता है। आमतौर पर किडनी यूरिक एसिड को फिल्टर कर देती है और यह टॉयलेट के जरिए शरीर से बाहर निकल जाता है। लेकिन जब शरीर में यूरिक एसिड ज्यादा बनने लगता है या किडनी फिल्टर नहीं कर पाती तो खून में यूरिक एसिड का लेवल बढ़ जाता है। जो हड्डियों के बीच में जमा हो कर दर्द पैदा करता है। यूरिक एसिड के बढ़ने को Hyperuricemia भी कहा जाता है। इससे Gout नाम की बीमारी लग सकती है जिससे जोड़ों में दर्द उठता है। यह आपके खून और यूरिन को काफी एसिडिक भी बना सकता है।
रक्त में यूरिक एसिड का पता लगाने के लिए विशेषज्ञ मरीज को रक्त परीक्षण के लिए कह सकते हैं, जिसके माध्यम से पता लग जाता है कि मरीज के रक्त में यूरिक एसिड का स्तर क्या है। यह परीक्षण बहुत ही सरल होता है, इसकी रिपोर्ट जल्द ही आ जाती है। इस जाँच में यूरिक एसिड को मिलिग्राम (mg) और रक्त को डिकिलीटर (dL) में मापा जाता है।
महिलाओं और पुरुषों के सामान्य यूरिक एसिड के मानक भिन्न हैं, सामान्य तौर पर अगर मरीज के यूरिक एसिड का स्तर इन मानकों से ऊपर है तो उसके लिए विशेषज्ञ से जरूर मिलें।
यूरिक एसिड बढ़ने के कारण
-जेनेटिक्स
-गलत डाइट या खान-पान
-रेड मीट, सी फूड, दाल, राजमा, पनीर और चावल जैसे खाने से भी यह बढ़ सकता है।
-अधिक समय तक खली पेट रहना भी एक कारण हो सकता है।
-डायबिटीज के मरीजों को हो सकता है यूरिक एसिड