लखीमपुर (PMN): उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में दरिंदों ने एक नाबालिग दलित लड़की के साथ वहशीपन की हदें पार कर दी। बताया जा रहा है कि शौच के लिए घर से बाहर गई 13 साल की छात्रा के साथ न बदमाशों ने गैंगरेप किया, उसके बाद उसकी आंखें फोड़ दीं। बच्ची के गले में पट्टा डालकर उसे घसीटा।
इस मामले में पुलिस का कहना है कि बच्ची 14 अगस्त की दोपहर करीब 1 बजे अपने घर से शौच के लिए गन्ने के खेतों की तरफ गई थी। घरवालों के लिए ये सामान्य सी बात थी, लेकिन वह परेशानी में तब आ गए जब लड़की काफी देर बाद ही वापस नहीं लौटी। परिवार वालों ने बच्ची की तलाश शुरू कर दी और इसी के साथ ही बच्ची की गुमशुदगी की सूचना स्थानीय पुलिस को दे दी। बच्ची के पिता ने रोते हुए कहा कि हम लोग अपनी बेटी को ढूंढत-ढूंढते गन्ने की खेतों की ओर गए तो उसका शव वहां पड़ा हुआ था। उन्होने आगे बताया कि दरिंदों ने उसकी आंखें फोड़ दी थीं। उसके गले में पट्टा बंधा हुआ था। हैवानों ने बच्ची की जीभ भी काट डाली थी। उन्होंने कहा कि उन्हें जिन पर शक है वे घटनास्थल के पास मौजूद थे, जैसे हमलोग वहां पहुचने वाले थे वे वहां से भाग गए।
लड़की के चाचा ने कहा कि बच्ची के साथ रेप किया गया है। उन्होंने जगदीश, संतोष और संजय नाम के तीन युवकों पर आरोप लगाया है। इस मामले में पहले बच्ची के परिजनों के बयान पर ईसानगर थाने में लखीमपुर पुलिस ने संतोष यादव और संजय गौतम नाम के दो युवकों पर आईसीपी की धारा 301 और 201 के तहत मुकदमा दर्ज किया है। पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए इन दोनों को गिरफ्तार कर लिया है। लखीमपुर खीरी के एसपी सतेंद्र कुमार ने बताया है कि पुलिस ने तुरंत कार्रवाई की और शव का पोस्टमार्टम करवाया। बच्ची की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट 15 अगस्त को आई। पोस्टमॉर्टम में गैंगरेप की पुष्टि हुई है।