काली मिर्च को मसालों का राजा या ब्लैक गोल्ड के नाम से भी जाना जाता है। एक विशिष्ट सुंगध और स्वाद वाली यह काली मिर्च ना सिर्फ हमारे शरीर को गर्म रखती है, बल्कि इससे हमें कई औषधीय गुण भी प्राप्त होते हैं। यूएसडीए नेशनल न्यूटि्रएंट डेटाबेस के अनुसार, काली मिर्च विटामिन का एक उत्कृष्ट स्रोत है जैसे कि थायमिन, राइबोफ्लेविन, सी, ई, बी 6 और के। यदि आपके शरीर पर फोड़ा या फुंसी होने की आम समस्या है तो काली मिर्च को घिसकर फोड़े वाली जगह पर लगा लें। इससे आपको कम समय में आराम मिल जाएगा। इसके अलावा मुंह पर होने वाले मुहांसों से भी काली मिर्च राहत देती है। हालांकि इसे लगाना आपके लिए थोड़ा परेशान कर सकता है लेकिन तेजी से आराम मिलेगा।
काली मिर्च में कई तरह के पोषक तत्व पाए जाते हैं। जिससे कारण यह स्वास्थ्य के लिए बेहद लाभदायक माना गया है। काली मिर्च में पिपेरिन पेट में हाइड्रोक्लोरिक एसिड के स्राव को उत्तेजित करता है, जो भोजन के उचित पाचन के लिए आवश्यक है। यह सूजन, कब्ज और दस्त को रोकता है।
खांसी और जुकाम को दूर करने में काली मिर्च बेहद ही प्रभावी तरीके से काम करती है। इसके इस्तेमाल के लिए आप एक चुटकी काली मिर्च पाउडर में आधा चम्मच शहद मिला कर पीएं। इससे फ्लू, वायरल या प्रदूषण के कारण होने वाली गले की खराश का इलाज होता है। इसके अलावा आप अदरक, दालचीनी और इलायची के साथ चाय में काली मिर्च डालकर ठंड में होने वाली मौसमी समस्याओं से खुद का बचाव कर सकते हैं।
काली मिर्च का नियमित सेवन चयापचय को बढ़ाने में बेहद फायदेमंद है। जो बदले में, वसा को तोड़ने में मदद करता है और यह वजन कम करने का एक प्राकृतिक तरीका है। मसाले में मौजूद फाइटोन्यूटि्रएंट्स वसा कोशिकाओं को तोड़ने में मदद करते हैं, जिससे शरीर में मौजूद अतिरिक्त वसा और विषाक्त पदार्थों से छुटकारा पाने में आसानी होती है। इसके सेवन के लिए आप अपने भोजन में काली मिर्च की एक चुटकी डालें।