Punjab media news : जालंधर में बारिश के बाद जलभराव हो गया है। नगर निगम ने बरसात से पहले शहर को पानी से बचाने के लिए कितने प्रबंध कर रखे थे, इसकी सारी पोल खुल गई है। शहर में सीवरेज सिस्टम ब्लॉक हो गया है। सड़कों पर 3 फीट तक पानी भर गया।
यहां तक कि जो स्टॉर्म सीवरेज भी डाला था वह भी बरसात के आगे अपने हाथ खड़े कर गया है। हालत यह है कि शहर के एंट्री पॉइंट लम्मा पिंड चौक से किशनपुरा की तरफ जाने वाला रोड समुद्र का रूप लिए हुए है।
दुकानों के अंदर घुसा पानी
लम्मा-पिंड से किशनपुरा को जाते रोड पर संतोखपुरा तक पानी ही पानी है। यहां पर वाहनों के गुजरने पर लहरें बन कर उठ रहा पानी सीधा दुकानों के अंदर घुस रहा है। कई दुकानदारों ने तो पानी के चक्कर में आज दुकानें ही नहीं खोली हैं। जिन्होंने खोली हैं वहां पर पानी के कारण कोई ग्राहक नहीं आ रहा है। शहर में दोमोरिया पुल, इकहरी पुली सब पानी से तरणताल बने हुए हैं।
सोढल में पेड़ गिरने से टूटी दीवार
बारिश लोगों के लिए शहर में आफत बनी हुई है। शहर के बीच सोढल में एक बड़ा पेड़ अचानक गिर गया। इसके गिरने से सोढल मंदिर की जहां चारदीवारी गिर गई, वहीं पर इसने आधी सड़क भी ब्लॉक करके रख दी। दीवार के पास खड़ी एक बोलेरो गाड़ी भी चपेट में आ गई। इससे बोलेरो गाड़ी के शीशे टूट गए और डेंट पड़ गए। लोगों ने बताया कि पेड़ सड़क पर गिरने से ट्रैफिक में समस्या आ रही है।
पेड़ को उठाने नहीं आए कर्मचारी
सोढल के दुकानदारों ने कहा कि पेड़ गिरने के बारे में और मंदिर की चारदीवारी टूटने के बारे में मंदिर कमेटी के प्रधान और नगर निगम को भी बता दिया गया है। नगर निगम से कुछ कर्मचारी आए थे वह फोटो खींच कर चले गए। उसके बाद पेड़ को उठाने के लिए निगम से अभी तक कोई कर्मचारी नहीं पहुंचा है।
ढाई से 3 हजार मुर्गियां मरी
पोल्ट्री फार्म के मालिक मंदीप ने बताया इस घटना के दौरान ढाई से 3 हजार मुर्गियां मर गई। वहीं हादसे में उनका 25 से 30 लाख शेड का और 5 लाख रुपए का मुर्गियां मरने से नुकसान हुआ है। उन्होंने कहा कि पोल्ट्री फार्म में पक्की शेड डालने के बावजूद उनका भारी नुकसान हुआ है।