- बुधवार के 36 नए मामलों को मिलाकर राज्य में अब तक 2261 लोगों को कोरोना संक्रमण की पुष्टि हो चुकी, 1997 ठीक हुए
- तरनतारन में राशन वितरण में पक्षपात का आरोप, पटियाला में पीडब्ल्यूडी फील्ड एंड वर्कशॉप वर्कर यूनियन अब संघर्ष के रास्ते पर
पंजाब मीडिया न्यूज़
पंजाब. पंजाब में कोरोना वायरस का संक्रमण एक बार फिर विस्फोटक रूप लेने लग गया। बीते कई दिन से जहां 10-11 लोगों को संक्रमण की पुष्टि हो रही थी, वहीं बुधवार को फिर से 36 लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई। इनमें सबसे ज्यादा 17 अमृतसर के ही थे। अब राज्य में 2261 लोगों को कोरोना के संक्रमण की पुष्टि हो चुकी है। 1997 ठीक भी हो गए हैं, वहीं राज्यभर में 46 की जान भी चली गई।
दूसरी ओर इन हालात से निपटने के लिए राज्य में देशव्यापी लॉकडाउन का चौथा फेज भी खत्म होने को है। आज 11वां दिन है, जिसकी पाबंदियों के बीच विभिन्न वर्गों में सरकार के प्रति नाराजगी भी देखने को मिल रही है। चाहे वह राशन वितरण की हो या दूसरी किसी वर्ग की संस्थागत समस्या।
अमृतसर के वार्ड-40 में एक होटल में विदेश से आए 9 लोगों को क्वारैंटाइन किया गया है। क्षेत्रवासियों ने शिरोमणि अकाली दल दक्षिणी हलके के प्रवासी विंग के प्रधान मोहन कुमार के नेतृत्व में जिला प्रशासन के खिलाफ रोष व्यक्त किया है। इनका कहना है कि होटल घनी आबादी में है, जबकि शहर के बाहर विभिन्न होटल, रेस्टोरेंट्स, और पैलेस बने हैं। जिला प्रशासन को बाहर से आए हुए लोगों को वहां पर क्वारैंटाइन करना चाहिए।
गुरदासपुर में विद्यार्थियों की मांगों को लेकर पंजाब स्टूडेंट्स यूनियन का एक शिष्टमंडल डीसी गुरदासपुर से मिला और मुख्यमंत्री पंजाब के नाम पर मांग पत्र सौंपा। यूनियन के नेता मनी भट्टी ने कहा कि पंजाबी यूनिवर्सिटी पटियाला और गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी अमृतसर एक जुलाई से परीक्षा लेने की तैयारी कर रही हैं। परीक्षाओं की तैयारी के लिए कम से कम एक महीने का समय कक्षाएं लगाने के लिए दिया जाए। मौजूदा सिलेबस का हिस्सा छोटा किया जाना चाहिए। प्राइवेट कॉलेजों द्वारा ली जा चुकी पूरे साल की फीस में से अगले स्मेस्टर की फीस एडजस्ट की जाए। प्राइवेट स्कूलों द्वारा मांगी जा रही पूरी फीस पंजाब सरकार सरकारी खजाने में से दे।
तरनतारन में घर से निकलने की पाबंदी के बीच लोगों को राशन वितरण प्रणाली पर एक बार फिर सवाल उठे हैं। आम आदमी पार्टी बुद्धिजीवी विंग के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. कश्मीर सिंह सोहल और कुछ अन्य लोगों ने कहा कि मोदी सरकार द्वारा गरीब वर्ग के लिए भेजे गए राशन को सही तरीके से बांटने में कैप्टन सरकार नाकाम रही है। उन्होंने कहा कि पंजाब की करीब 50 फीसदी आबादी लिए 15 किलो गेहूं और तीन किलो दाल भेजी गई थी, लेकिन यह राशन ईमानदारी से नहीं बांटा जा रहा। हर सदस्य को पांच किलो गेहूं व एक किलो दाल दी जा रही है। दो किलो दाल व दस किलो गेहूं चहेतों के घर पहुंचाया जा रहा है।
पीडब्ल्यूडी फील्ड एंड वर्कशॉप वर्कर यूनियन अब संघर्ष के रास्ते पर उतर आई है। नोटिस के मुताबिक डिप्टी डायरेक्टर जल सप्लाई सैनिटेशन विभाग मुख्य दफ्तर पटियाला के खिलाफ रोष धरना 28 मई को दिए जाने का आह्वान किया गया था। पंजाब प्रधान दर्शन सिंह, महासचिव मक्खन सिंह, चेयरमैन मनजीत सैनी, जसवीर खोखर, गुरविंदर सिंह, बलवीर सिंह, गुरदीप सिंह बराड़, रजिंदर धीमान, मेघराज आदि ने बताया कि विभाग में लंबे समय से मृतक कर्मचारियों के आश्रितों को नौकरी नहीं दी जा रही। कर्मचारियों के मेडिकल बिल, वर्दियां, जीपीएफ और नई पेंशन स्कीम तो पुरानी पेंशन स्कीम में आए कर्मचारियों को सीपीएफ का एरियर अभी तक नहीं दिया जा रहा।
कारोबार को पटरी पर लाने के लिए बैंकों ने कसी कमर, 3.13 प्रतिशत बढ़ाया लोन का टारगेट
बठिंडा जिले में कारोबार को पटरी पर लाने के लिए भरपूर मात्रा में पैसे की जरूरत पड़ेगी। ऐसे में बैंकों की रणनीति खासी कारगर साबित हो चुकी है। लीड बैंक के सूत्रों के मुताबिक जिले के बैंकों ने लोन टारगेट को पिछले साल की बजाय 3.13 प्रतिशत बढ़ाया है। इसके तहत बीते वर्ष के 11,065 करोड़ रुपए के लोन के मुकाबले इस बार 12,171 करोड़ रुपए कर लिया जाएगा, ऐसी उम्मीद है। हालांकि पिछले दो महीन के लॉकडाउन के कारण बैंकों का लोन देने का काम थोड़ा प्रभावित हुआ है, मगर इसे जल्द पूरा कर लेने की तैयारी की जा रही है।