जालंधर में 14 महीने पहले आर्ट गैलरी के मालिक की हत्या के मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। मंगलवार को गिरफ्तार शूटर चरणजीत पुन्नू ने बताया कि उसने अकाली नेता के कहने पर इस हत्या को अंजाम दिया था। आरोपी के मुताबिक अकाली नेता के भाई ने कहा था, ‘हमारे लिए बदमाशी करने वाला डिंपल अब हमें ही आंखें दिखाने लगा है। उसे खत्म कर दो’, ऑफर में उसने आरोपी पन्नू को कहा था कि या तो 3 लाख रुपए तुरंत लौटा दो या डिंपल को खत्म कर दो।
मामला 7 दिसंबर 2018 की रात का है, जब करतारपुर में साईं आर्ट गैलरी के मालिक डिंपल की 3 गोलियां मारकर हत्या कर दी गई थी। पिता सुरिंदर कुमार ने आरोप लगाया था कि उसके बेटे की हत्या की साजिश में शराब तस्कर भोलू, उसका साथी शेर सिंह और जतिन शामिल है। पुलिस ने शेर सिंह और भोलू को गिरफ्तार कर पूछताछ की, पर उनका इस वारदात से कोई लेना-देना नहीं मिला। दोनों को जमानत मिल चुकी है, वहीं पुलिस तभी से शूटर की तलाश में थी। इसी बीच थाना भोगपुर के एसएचओ जरनैल सिंह की टीम ने मारपीट के केस में फरार चल रहे करतारपुर के चरणजीत पुन्नू को पकड़ा था। उससे पूछताछ में बड़ा खुलासा हो गया। मामला एसएसपी के संज्ञान में लाए जाने पर पुन्नू से सारा राज उगलवाया गया।
अकाली नेता के भाई के पास काम करता था आरोपी पुन्नू
पुलिस के मुताबिक पुन्नू ने बताया कि वह अकाली नेता के भाई के पास काम करता था। उसने साढ़े चार लाख रुपए खर्चकर अपनी शॉप में बर्तन का काम खोलकर दिया था। वह (पुन्नू) हर महीने पैसे लौटा रहा था। एक दिन नेता के भाई ने कहा कि डिंपल आंखें दिखाने लगा है। उसे खत्म कर दो। कारण पूछा तो बोला, डिंपल हमारे लिए बदमाशी करता था। एक केस में जेल गया तो पैरवी नहीं की। इसे लेकर डिंपल ने धमकी दी है। पैसे थे नहीं, सो लौटाने से बचने के लिए पुन्नू चंडीगढ़ चला गया। करतारपुर में मां से मिलने आता तो नेता का भाई फिर पैसे मांगता।
25 हजार रुपए देकर हथियार का इंतजाम किया
पुन्नू के अनुसार उसने पारस को 25 हजार रुपए देकर हथियार का इंतजाम करने के लिए कहा। 7 दिसंबर 2018 को पारस और पुन्नू दोनों पगड़ी बांधकर गांव काहलवां के बाहर चले गए। पारस ने उसे एक पिस्टल और 12 कारतूस दिए। सुनसान एरिया में गोली चलाकर देखी, ताकि जब वह डिंपल पर फायरिंग करे तो मिस न हो।
हत्या के बाद आरोपी निकल गया चंडीगढ़
दोनों मुंह पर रुमाल बांध बाइक पर आए और डिंपल के सिर में गोली मारी। जमीन पर गिरा तो दो गोलियां और मार दी। पारस बाइक लिए खड़ा था। दहशत फैलाने के लिए हवा में गोली चलाकर निकल गए। पारस ने विधिपुर फाटक के पास छोड़ा, जहां से वह चंडीगढ़ निकल गया। नेता के भाई को हत्या का पता चल गया तो उसने पैसे मांगने बंद कर दिए। इसी बीच पुन्नू को पता चला कि डिंपल के पिता को शक हो गया है। वह पुलिस में शिकायत न कर दे, इसलिए अपनी मां और भाई को लुधियाना में गया। मारपीट केस में भी नेता के भाई ने ही वकील कर दिया था।