मोगा की लडक़ी 5 महीने से खांब्रा चर्च (Khambra Church) में कैद | Moga’s girl imprisoned in Kambra church for 5 months
जालंधर (पंजाब मीडिया न्यूज) : विवादों से घिरी खांबड़ा चर्च में मोगा की एक लडक़ी 5 माह से कैद है। ये लडक़ी शादीशुदा है और अपने ससुर के साथ यहां आई थी। लडक़ी के ससुराल पक्ष ने कथित आरोप लगाया है उनकी बहू को चर्च में कैद किया गया है और उसे उनसे मिलने भी नहीं दिया जा रहा। जब भी परिजन बहू से मिलने की कोशिश करते हैं तो खांबड़ा चर्च की मैनेजमेंट और स्टाफ उन्हें धमकाकर वापस लौटा देता है। मैनेजमेंट के लोग यहांतक कहते हैं कि लडक़ी को तलाक दिलवाया जाएगा।
पढ़िए पूरी कहानी
जिस लडक़ी की बात हो रही है उसके ससुर ने जालंधर पुलिस को शिकायत सौंप दी है। शिकायत सौंपने के दौरान पंजाब मीडिया न्यूज से विशेष वार्ता में 65 वर्षीय शिकायतकर्ता ने बताया कि वह और उनकी बहू कुछ माह पहले खांबड़ा चर्च आए थे। यहां ये दोनों नौकरी करने लगे। कुछ समय बाद खांबड़ा चर्च मैनेजमेंट ने उक्त व्यक्ति को कहा कि आप हैंडीकैप्ड हो इसलिए काम करने में सक्षम नहीं है। बार-बार उक्त व्यक्ति को काम के दौरान तंग किया जाता था। इसके बाद चर्च की मैनेजमेंट ने उस व्यक्ति को तो काम से निकाल दिया लेकिन उसकी बहू को काम पर ही रखा। ससुराल पक्ष के लोग जब भी बहू को मिलने मोगा से आते तो मैनेजमेंट के लोग उनसे मिलने नहीं देते। 5 माह से उन्हें मिलने नहीं दिया जा रहा।
शिकायतकर्ता ने कहा कि वह जब भी विरोध जताते तो खांबड़ा मैनेजमेंट में काम करने वाला विक्की गोल्ड उन्हें यही कहता कि अगर ज्यादा शोर डालोगे तो झूठे केस में हवालात में फेंकवा दूंगा। इसके बाद वह डर गए लेकिन बहू की फिक्र उन्हें दिनोंदिन बीमार कर रही थी। ससुराल पक्ष के लोगों ने एसएसपी देहाती को शिकायत दी और शिकायत के आधार पर मामला लांबड़ा थाने पहुंचा। इसके बाद ससुराल पक्ष को बहू से मिलने का मौैका मिला। ससुराल पक्ष के लोगों ने बताया कि जब उनकी बहू उन्हें मिलने आई तो वह हैरान थे। बहू को पांच सुरक्षा गार्डों ने घेरा हुआ था और सभी गार्ड लडक़ी पर दबाव डाल रहे थे। लडक़ी काफी डरी हुई थी। थोड़ी देर बाद ही गार्ड लडक़ी को ले गए और चर्च के मैनेजमेंट के लोग बुजुर्ग ससुर को धमकाने लगे कि हमने आपके बेटे से लडक़ी को तलाक दिलवाना है। बुजुर्ग ससुर ने इंसाफ की गुहार लगाते हुए कहा कि उनकी बहू पांच माह से खांबड़ा चर्च में कैद है और पूरा परिवार परेशान है। उन्हें इंसाफ दिलाया जाए।
इलाज के नाम पर धर्मांतरण के कारण सुर्खियों में खांबड़ा चर्च
उल्लेखनीय है कि इस चर्च में अंकुर नरूला बैठते हैं और नरूला पर कई प्रकार के आरोप लगते रहे हैं। जालंधर के एक कारोबारी ने तो यहां तक कहा था कि उसके बीमार बच्चे के इलाज के नाम पर उसे फंसाया गया तथा बेटे की मौत के बाद उसे जबरन हिन्दू धर्म छोडक़र ईसाई बनने को कहा गया।
चर्च प्रबंधन ने नहीं दिया कोई स्पष्ट जवाब
उधर, इस मामले के बारे में जब खांबड़ा चर्च मैनेजमेंट से बात करने की कोशिश की गई तो उन्होंने कोई स्पष्ट जवाब नहीं दिया। अगर विक्की गोल्ड या खांबड़ा चर्च का कोई भी पदाधिकारी अपना पक्ष रखना चाहे तो हमें संपर्क कर सकते हैं। हम उनका पक्ष भी प्रमुखता से प्रकाशित करेंगे।