मोगा (PMN): पंजाब सरकार राष्ट्रीय सेहत मिशन सेहत एवं परिवार भलाई विभाग ने एनआरआई से रिश्वत लेकर नमूने पॉजिटिव से नैगेटिव करने के आरोपों में घिरे कोविड-19 जिला नोडल अफसर नरेश कुमार की राष्ट्रीय सेहत मिशन पंजाब अधीन बतौर ठेके की सेवाएं 7 दिन का नोटिस देते हुए समाप्त कर दी हैं।
सिविल सर्जन डा. अमरप्रीत कौर बाजवा ने कोविड -19 जिला नोडल अफसर नरेश कुमार की राष्ट्रीय सेहत मिशन पंजाब में से सेवाएं खत्म करने की पुष्टि की है। राष्ट्रीय सेहत मिशन पंजाब की ओर से डॉ. नरेश कुमार निवासी अंबेदक नगर, संगरूर को जारी पत्र जिसका उतारा सिविल सर्जन, मोगा को किया गया है। इस पत्र में कहा गया है कि जिला प्रशासन द्वारा एनआरआई से रिश्वत लेकर उन्होंने दो कोरोना टैस्ट की रिपोर्ट पॉजिटिव से नैगेटिव दिखाने का आरोपी पाया गया है। इस तरह कोविड-19 जैसी माहामारी में आम लोगों की जान खतरे में डाली गई है। यह भी कहा गया है कि इस तरह करने से विभाग का अक्स भी बहुत ज़्यादा खराब हुआ है और आम लोगों में भी विभाग के काम कार प्रति गलत संदेश गया है। जिला नोडल अफसर पर अपने पद का गलत इस्तेमाल करने और विभाग के नियमों का उल्लंघन के आरोप भी लगे हैं इसलिए मिशन में से ठेके की सेवाएं 7 दिन का नोटिस देते हुए समाप्त की जातीं हैं।