नई दिल्ली (ब्यूरो)-राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने पंजाब के अमृतसर में दो हथगोले (हैंड ग्रेनेड) बरामद होने के सिलसिले में सात खालिस्तानी गुर्गो के खिलाफ सोमवार को एक आरोपपत्र (चार्जशीट) दाखिल किया। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।
एनआईए के एक प्रवक्ता ने कहा कि एजेंसी ने मोहाली में एनआईए की एक विशेष अदालत के समक्ष दाखिल आरोपपत्र में तरनतारन निवासी जजबीर सिंह सामरा, अमृतसर निवासी वरिंदर सिंह चहल, लुधियाना के कुलबीर सिंह, मनजीत कौर, तरणबीर सिंह, बब्बर खालसा इंटरनेशनल (बीकेआई) के एक गुर्गे कुलविंदरजीत सिंह और पाकिस्तान में खालिस्तान लिबरेशन फोर्स (केएलएफ) के स्वयंभू प्रमुख हरमीत सिंह के नाम शामिल हैं। प्रवक्ता ने बताया कि इनके खिलाफ विस्फोटक पदार्थ अधिनियम और यूए (पी) अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत आरोप लगाए गए हैं।
अधिकारी ने बताया कि जजबीर और वरिंदर पाकिस्तान से तस्करी की गई हेरोइन की आपूर्ति में शामिल एक मादक पदार्थ-आतंकी मॉड्यूल का हिस्सा थे। इन्होंने पाकिस्तान स्थित आतंकवादी हरमीत सिंह उर्फ पीएचडी के निर्देश पर काम किया था।
अधिकारी ने कहा कि सामरा और चहल ने हथगोले भी उठाए थे और हरमीत सिंह और कुलविंदरजीत सिंह द्वारा रची गई साजिश को आगे बढ़ाने के लिए आतंकवादी कृत्यों को अंजाम देने के लिए पूर्व निर्धारित स्थान पर उन्हें छिपा दिया था।
अधिकारी ने कहा कि जांच में यह भी पता चला है कि कुलबीर सिंह, मनजीत कौर और तरनबीर सिंह ने कंबोडिया और मलेशिया में कुलविंदरजीत सिंह के लिए आवास, व्यापार वीजा सहित रसद सहायता प्रदान की थी, जब वह भारत से भाग गया था।