पंजाब में Bio-metric Attendance पर लगी रोक, इटली से लौटे दो बच्चे निगरानी में |

Roshan Bilung

कोरोना वायरस कई देशों में दस्तक दे चुका है। भारत में भी अलर्ट जारी हो गया है। पंजाब ने भी विशेष एहतिहाती कदम उठाने शुरू कर दिए हैं। प्रदेश सरकार ने राज्यभर के अधिकारियों और कर्मचारियों के बायोमेट्रिक हाजिरी लगाने पर रोक लगा दी है।

पंजाब सरकार के अधिकारी महेंद्र सिंह की तरफ से इस संबंध में लिखित में आदेश जारी किया गया है। इसमें विशेष रूप से इस बात का जिक्र किया गया है कि कोरोना वायरस के बुरे प्रभाव से बचने के लिए अधिकारियों और कर्मचारियों की बायोमेट्रिक हाजिरी पर रोक लगाई जाती है। इस आर्डर की कापी को बिना किसी देरी के साथ विभागों में सर्कुलेट किया जा रहा है। सिंह की तरफ से पंजाब सरकार के सामूहिक मुख्य सचिव, उपमुख्य सचिव वित्तीय कमिश्नर, प्रमुख सचिव और प्रबंधकीय सचिव को लिखा जा चुका है कि कोरोना वायरस के प्रभाव से कोई व्यक्ति चपेट में न आए, इसलिए बायोमेट्रिक हाजिरी पर रोक लगाई जा रही है। इसे अगले आदेश तक बंद रखा जाएगा। इसलिए सभी अधिकारी और कर्मचारी मैनुअल तरीके से ही दफ्तरों में अपनी हाजिरी को यकीनी बनाएं।

इनको भी भेजी गई आदेश की कॉपी

बायोमेट्रिक मशीनों के माध्यम से हाजिरी पर रोक लगाने संबंधी आदेश की कॉपी राज्य सरकार के मुख्य सचिवों और निजी सचिव, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव और निजी सचिव, कैबिनेट मंत्री मंत्रियों, समूह विशेष सचिवों को भेजी गई है। इसके अलावा वित्त कमिश्नर, सहायक सचिव आदि विभागों के अधिकारियों को इस बारे सूचित किया जा चुका है।

उधर, जालंधर में कोरोना वायरस से प्रभावित इटली से आए एक परिवार के दो बच्चों को बुधवार रात से आइसोलेशन वार्ड में रखा गया है। सेहत विभाग से मिली जानकारी के अनुसार चंद रोज पहले इटली से दो बच्चों सहित परिवार जालंधर पहुंचा था। बुधवार को सेहत विभाग ने एयरपोर्ट से आई सूची के अनुसार स्क्रीनिंग की। इसके बाद उनके परिवार में शामिल एक साल और ढाई साल के दो बच्चों की तबीयत में खराबी सामने आई। सेहत विभाग ने एहतियातन दोनों बच्चों को सिविल अस्पताल में बुलाया और जांच के बाद उन्हें निजी अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में डॉक्टरों की निगरानी में रखा गया है। सिविल सर्जन डॉ. गुरिंदर कौर चावला का कहना है कि बच्चों पर पूरी नजर रखी जाएगी और जरूरत पडऩे पर कोरोना वायरस को लेकर उनके सैंपल जांच के लिए भेजे जाएंगे।

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स्वाइन फ्लू से महिला की मौत

जालंधर। कोरोना वायरस की दहशत के साथ स्वाइन फ्लू भी कहर बरपाने लगा है। शहर की एक महिला की स्वाइन फ्लू से मौत हो गई है। जालंधर छावनी रोड पर स्थित कॉलोनी में रहने वाली 55 साल की महिला की पिछले साल तबीयत खराब होने के बाद उसे उसके घरवालों ने निजी डॉक्टर से उसका इलाज करवाया था। हालत गंभीर होने पर उसे लुधियाना के एक अस्पताल में दाखिल करवाया था। मंगलवार को उनकी मौत हो गई। अस्पताल प्रशासन ने उसे स्वाइन फ्लू के संदिग्ध मामले की श्रेणी में रखते हुए सैंपल पीजीआइ में भेजे थे। बुधवार को पीजीआइ से आई रिपोर्ट में उसे स्वाइन फ्लू की पुष्टि हुई है। इसी के साथ जिले में स्वाइन फ्लू के मरीजों की संख्या पांच तथा मरने वालों की संख्या तीन तक पहुंच गई है।

सिविल सर्जन डॉ. गुरिंदर कौर चावला ने बताया कि जालंधर की महिला की लुधियाना में मौत सूचना मिली है। टीमें मरीज के घर गई थीं। वहां से पता चला कि वो गुरदासपुर के रहने वाले हैं और महिला का शव वहीं ले गए हैं। मृतक के घरवालों को एहतियातन दवा दी जा रही है।

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