जालंधर (पवन कुमार): बेशक पंजाब सरकार अवैध निर्माणों पर शिकंजा कसने के लिए आए दिन आदेश देती रहती है लेकिन सरकार के नियमों को धत्ता बताने वाले रुकने का नाम नहीं ले रहे। ऐसी ही एक नियमों के विपरीत बन रही कॉमर्शियल इमारत पर एटीपी सुखदेव वशिष्ठ की अगुवाई में कार्रवाई की गई। कार्रवाई भी ऐसी कि ऊपर तक धूम मच गई। जालंधर-फगवाड़ा रोड पर एक होटल है मैरीटोन। इसके बिल्कुल पास है। होटल नींबू पेड़ बना रहा है। होटल नींबू पेड़ की बेसमेंट की खुदाई चल रही थी। इतने में नगर निगम के अमले के साथ एटीपी सुखदेव वशिष्ठ पहुंच गए और अवैध निर्माण को रुकवा दिया। हालांकि प्रबंधक सिमर का कहना है कि ये निर्माण वैध है लेकिन सुखदेव ने काम रुकवा दिया। हालांकि बाद में जानकारी यह भी सामने आई कि. निगम के अमले के लौट आने के बाद बेसमेंट की खुदाई फिर से शुरू हो गई इस पर एटीपी ने कहा कि अगर ऐसा है तो निर्माण जारी रखने वालों पर एफआईआर दर्ज करवाई जाएगी। बताया जाता है कि ये बेसमेंट रेलवे लाइनों के बिल्कुल पास बन रही थी। लेबर ने बताया कि काम बंद हो गया है। मालिक को सूचित कर दिया है और जो काम अभी चल रहा है वह सिर्फ आगे गेट लगाने के लिए किया जा रहा है।
*इन सवालों के जवाब अभी बाकी ?*
अगर होटल इनवेस्ट पंजाब के तहत बन रहा है तो क्या इसका अवैध निर्माण जायज है ? मुख्यमंत्री भगवंत मान के नाम की धौंस जमाकर क्या अवैध काम करना चाहते हैं मालिक ? रेलवे लाइन के पास ज्यादा खुदाई से रेलवे ट्रैक को नुकसान पहुंचा तो जिम्मेदार कौन ? क्या हैमिल्टन पर भी होगी कोई कार्रवाई, नींबू पेड़ वाली मैनेजमेंट भी मैरिटोन से जुड़ी ?