जालंधर:(पवन कुमार)आपको बता दें कि यह मामला अग्रवाल अस्पताल की नाजायज ढंग से बनी हुई इमारत को लेकर है। बताया जा रहा है कि अग्रवाल अस्पताल के पास न ही नक्शा है, न ही पार्किंग है और नहीं इसके पास किसी की मंजूरी है। अग्रवाल अस्पताल आरोप है कि यह अस्पताल रिहायशी इलाके में है और राजनीतिक दबाव के चलते ही चल रहा है। इसके अलावा मरीजों के इलाज को लेकर भी आरोप लगाए जा रहे हैं।
लोगों द्वारा जालंधर कार्पोरेशन कमिश्नर मुर्दाबाद व दिनेश शर्मा मुर्दाबाद के नारे लगाए गए। पुलिस कमिश्नर लगातार विवादों में घिरते जा रहे हैं। जानकारी अनुसार कार्पोरेशन कमिश्नर को लेकर पहले भी धरने लगाए थे।
जानकारी अनुसार लोगों द्वारा कार्पोरेशन दफ्तर के आगे अग्रवाल अस्पताल के खिलाफ नारेजाबी की जा रही है और अस्पताल सील करने को लेकर कहा जा रहा है। बताया जा रहा कि लोगों ने अग्रवाल अस्पताल के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई थी जिसके चलते पुलिस प्रशासन ने उन्हें 15 दिन का समय मांगा था परंतु 15 दिन से ऊपर का समय होने पर भी अभी तक अग्रवाल अस्पताल के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं की गई। लोगों ने बताया कि उन्होंने अग्रवाल अस्पताल के खिलाफ कार्यवाही करने के लिए इस बीच चक्कर भी लगाए लेकिन उनकी कोई सुनवाई नहीं हुई जिसके चलते वे आज धरना देने को मजबूर हुए हैं। इसी दौरान उन्होंने कहा कि उन्होंने इस मामले को लेकर पहले भी रोड जाम किया था।