नई दिल्ली, 18 नवंबर (मनप्रीत सिंह खालसा):-पंजाबी प्रमोशन काउंसिल के अध्यक्ष जसवंत सिंह बॉबी ने दिल्ली की सिक्ख सियासत मैं सिक्ख नेताओं द्वारा दूसरे सिख नेताओं को भ्रष्टाचारी और चोर बताने की निंदा करते हुए कहा है कि इस तरह की घटिया सियासत से सिक्ख कौम कोई भला होने वाला नहीं होगा, बल्कि सिख कौम की मर्यादा कम हो रही है।
पंजाबी प्रमोशन काउंसिल के अध्यक्ष जसवंत सिंह बॉबी ने यह जारी एक बयान में कहा कि मैं लगभग बीस सालों से लोगों की सेवा कर रहा हूं। मैं दिल्ली की सिख राजनीति में और दिल्ली कमेटी में इस तरह की घटिया सियासत पहली बार देख रहा हूं जहां हर सिख नेता दूसरे सिख नेता को भ्रष्टाचारी और चोर कहता हुआ नजर आ रहा है।
बॉबी ने कहा कि बात सिर्फ आरोप लगाने की नहीं है बल्कि तमाम नेताओं ने दूसरे नेताओं पर अदालतों में मुकदमे कर रखे हैं और पुलिस थाने में एक दूसरे की शिकायतें की जा रही है।
बॉबी का कहना है की अगर कोई गैर सिख किसी सिख की पगड़ी उछलता है तो पूरे देश में हो हल्ला होता है। लेकिन अनेक सिख नेता एक दूसरे की पगड़ीयां उछालना कब बंद करेंगे।
बॉबी ने कहा है कि दिल्ली से लेकर पंजाब तक सिख राजनीति करने वाले सभी दलों के पास सिखों की समस्याओं को सुनने और उन को हल करने का वक्त नहीं है क्योंकि सभी नेता अपने अपने व्यक्तिगत एजेंटों को पूरा करने में लगे हुए हैं।
बॉबी ने कहा की दिल्ली में सिख राजनीति का मतलब यह रह गया है कि किसी भी तरह जोड़-तोड़ करके जुगाड़ करके दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी का सदस्य बना जाएं और फिर उसकी आड़ में अपने अपने राजनीतिक एजेंडे को पूरा किया जाए जो की पूरी तरह सिख धर्म और गुरु की शिक्षा के खिलाफ है।
पंजाबी प्रमोशन काउंसिल के बारे में बताते हुए उन्होंने कहा कि यह एक ऐसी संस्था है जो इंसानियत और पंजाबियत को समर्पित है। हमारी संस्था आम लोगों के हितों के लिए काम कर रही है।
बॉबी ने कहा कि सिख नेताओं द्वारा दूसरे नेताओं के बारे में बयानबाजी और आरोप-प्रत्यारोप की घटनाएं न सिर्फ गैर सिख लोगों कि नजर में सिखों के सम्मान को कम करती है बल्कि आम सिखों कि नज़र में भी दिल्ली कमेटी कि मर्यादा और सिख नेताओं कि इज्जत को कम करती है इसलिए इस तरह कि घटिया सियासत पर लगाम लगाने के लिए शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी को आगे आना चाहिए।