नई दिल्ली | राष्ट्रपति चुनाव से पहले एकजुट होने की कोशिश में लगे विपक्ष को मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के नेता सीताराम येचुरी ने तगड़ा झटका दे दिया है। उन्होंने ममता बनर्जी की उस प्रस्तावित बैठक को एकतरफा करार दिया है जिसे ममता ने विपक्षी पार्टियों को एकजुट करने के लिए बुलाया है। उन्होंने कहा है कि कोई भी एकतरफा कार्रवाई केवल विपरीत प्रभाव डालेगी और विपक्षी एकता को नुकसान पहुंचाएगी। उन्होंने ममता के प्रयासों को एकतरफा करार दे डाला है।
माकपा महासचिव सीताराम येचुरी ने कहा कि मुझे सोशल मीडिया से पता चला है कि मुझे भी एक ऐसा ही पत्र भी भेजा गया है। आम तौर पर ऐसी बैठकें काफी आपसी विचार-विमर्श के बाद आयोजित की जाती हैं। यह परामर्श चल ही रहे थे और एक समय और एक तारीख तय की गई थी। ममता ने एकतरफा पत्र लिखा है, यह बेहद असामान्य है। कोई भी एकतरफा कार्रवाई केवल विपरीत को सुनिश्चित करेगी और विपक्षी एकता को नुकसान पहुंचाएगी।
सिर्फ सीताराम येचुरी ही नहीं भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के महासचिव डी राजा ने भी ममता के इस प्रयास को झटका दिया है। राजा ने कहा कि बिना पूर्व परामर्श के ऐसी बैठक बुलाना उचित नहीं है। स्थिति सभी धर्मनिरपेक्ष और प्रगतिशील ताकतों की एकता की मांग करती है और इसलिए ऐसा कोई कदम नहीं उठाया जाना चाहिए जिससे भ्रम और गलतफहमी पैदा हो।