शिमला (PMN): हिमाचल प्रदेश में तीन माह से चल रहे ड्राई स्पैल के बाद मौसम ने करवट ली और राज्य के कई पर्वतीय क्षेत्रों में रविवार देर रात भारी बर्फबारी हुई है तो निचले क्षेत्रों में अंधड़ के साथ रुक-रुक कर बारिश का दौर चलता रहा। पर्यटक स्थलों कुफरी, नारकंडा, मनाली और डल्हौजी में सीजन का पहला हिमपात हुआ। इन रमणीक स्थलों पर ताजा बर्फबारी से पर्यटकों के चेहरे खिल गए हैं और उन्होंने यहां का रूख करना शुरू कर दिया है। पर्यटकों की भारी संख्या में आने की उम्मीद बंधने के चलते पर्यटन कारोबारी भी खुश हैं। जनजातीय जिलों लाहौल-स्पीति, किन्नौर और चंबा के पांगी सहित कुल्लू के ऊंचे क्षेत्रों में भी बर्फबारी हुई है।
अप्पर शिमला के खड़ापत्थर, खिडक़ी और कुफरी में ताजा हिमपात से सोमवार दोपहर तक वाहनों की आवाजाही प्रभावित रही। लाहौल-स्पीति और किन्नौर के कई क्षेत्रों में भी बर्फबारी होने से जनजीवन प्रभावित हुआ है। कुछ गांवों की बिजली व्यवस्था पर इसका असर पड़ा है। अप्पर शिमला के कई गांवों में भी रविवार रात से सोमवार शाम तक बिजली की आंख मिचैली होती रही जिसके चलते लोगों को परेशानी पेश आई। बारिश-बर्फबारी के कारण पूरे प्रदेश को कड़ाके की ठंड से कंपकंपा दिया है। जनजातीय क्षेत्रों का पारा जहां माइनस में चला गया, वहीं शिमला से सटे कुफरी में तापमान शून्य डिग्री सेल्सियस रिकार्ड हुआ। मौसम विभाग ने राज्य के मैदानी व मध्यपर्वतीय क्षेत्रों में 17 से 22 नवम्बर तक मौसम के साफ रहने का अनुमान जताया है। हालांकि उच्चपर्वतीय इलाकों में 19 व 22 नवम्बर को फिर बर्फबारी होने की संभावना है।