Punjab media news : दीपावली एक ऐसा पर्व है, जिसका सामाजिक और धार्मिक सभी दृष्टि से बहुत अधिक महत्व है। धन और सौभाग्य में वृद्धि के लिए इस दिन विशेष तौर पर लक्ष्मी-गणेश पूजन किया जाता है। ज्योतिष दृष्टिकोण से साल 2024 की दिवाली विलक्षण साबित होने का योग दर्शा रही है। पहले तो दिवाली के डेट को लेकर जो कन्फ्यूजन रहा, वह अभूतपूर्व है। फिर आम सहमति बनी कि 31 अक्टूबर को दिवाली मनाना शुभ और फलदायी है। वहीं, ग्रहों, नक्षत्रों और राशियों के योग-संयोग की बात करें, तो इस बार दिवाली के मौके पर वैदिक ज्योतिष के 7 ग्रह अपनी स्थिति और युतियों से 4 बेहद कल्याणकारी राजयोगों का निर्माण कर रहे है।
शुभ दिवाली पर बन रहे हैं ये राजयोग
- लक्ष्मी नारायण राजयोग: 29 अक्टूबर को बुध ग्रह के वृश्चिक में गोचर करते ही उनकी युति वहां पहले से बैठे शुक्र ग्रह से हो रही है। इन दोनों शुभ ग्रहों के मिलन से लक्ष्मी नारायण योग का निर्माण हो रहा है। धन लाभ और सौभाग्य वृद्धि के लिए यह योग बेहद लाभकारी होता है।
- समसप्तक राजयोग: दिवाली के शुभ अवसर अपर पर वृषभ राशि में गुरु बृहस्पति और वृश्चिक राशि में बैठे शुक्र की प्रतियुति दृष्टि से समसप्तक योग का निर्माण हो रहा है।
- शश राजयोग: इस दिवाली पर 30 साल के बाद शनि ग्रह भी अद्भुत संयोग बना रहे हैं। वे कुम्भ राशि में बैठे हैं, जिससे शश योग का निर्माण हो रहा है। वैदिक ज्योतिष मे शश राजयोग को बहुत ही प्रभावकारी माना गया है।
- राजा-रानी योग: वैदिक ज्योतिष की गणितीय गणना के अनुसार, 31 अक्टूबर को दिवाली के मौके पर सूर्य और चंद्रमा एक साथ एक ही राशि और डिग्री पर एक-दूसरे से युति कर रहे हैं। इसे कई ज्योतिष राजा-रानी युति या राजा-रानी योग कहते हैं। यह बेहद लाभकारी योग माना गया है।