जालंधर (ब्यूरो): जालंधर जिले में कोरोना विकराल रूप धारण करता जा रहा है। वीरवार को 510 मरीजों के सामने आने से हड़कंप मच गया। बताया जाता है कि 1 साल में किसी जिले में 1 दिन में सामने आए ये सर्वाधिक पॉजिटिव मामले हैं। वहीं एक प्रसिद्ध लैब लाल पैथ लैब को कोविड-19 के मरीज की पाजिटिव रिपोर्ट में देरी करने पर कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। नोटिस लैब के नोडल अधिकारी प्रदीप कुमार को जारी किया गया है। इसका लिखित जवाब सिविल सर्जन दफ्तर को दो दिनों के अंदर देने के लिए कहा गया है।
सिविल सर्जन डा. बलवंत सिंह ने कहा कि लैब की तरफ से पाजिटिव मामलों की रिपोर्ट में देरी से मरीजों को घरों में एकांतवास करने में बहुत परेशानी आई। ऐसी लापरवाही बिल्कुल भी सहन नहीं की जाएगी और ऐसे संस्थानों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने बताया कि अधिकारियों को कोविड-19 का टेस्ट करने वाली लैबों की जांच करने के आदेश दिए गए हैं। लैब की तरफ से 78 मरीजों की रिपोर्ट मिलने के बाद जिला प्रशासन ने इन मरीजों को होम आइसोलेट सहित इनके संपर्क में आए लोगों की पहचान की जा रही है। बता दें कि इन 78 मामलों की रिपोर्ट देरी से मिलने के कारण नए मामले बढ़े हैं। डीसी घनश्याम थोरी ने सभी लैबों को आदेश दिया है कि रिपोर्ट समय पर दी जाए, जिससे वायरस को फैलने से रोका जा सके। दरअसल इस लैब को हर रोज पॉजिटिव मरीजों की संख्या बतानी थी लेकिन इसने 8,9,10 मरीजों की रिपोर्ट 10 दिन बाद दी। अब जिन 78 मरीजों को इन्होंने 10 दिन बाद पॉजिटिव बताया वे 10 दिन पता नहीं कहां-कहां घूमते रहे और कोरोना फैलाने की वजह बनते रहे।