वालिया बोले, समाजसेवा करने आया हूं कांग्रेस हाईकमान जो जिम्मेवारी देगा, वो सिर माथे पर
जालंधर को बनाया कर्मभूमि, समाजसेवा के पौधे लगाकर लोगों के दिलों पर राज करने लगे वालिया
जालंधर (ब्यूरो): पूरे दोआबा में जालंधर को सियासत का गढ़ कहा जाता है लेकिन अगर कोई सियासतदान लोगों की भावनाओं के सहारे विधायक बन जाता है और फिर उम्मीदों पर खरा नहीं उतरता और उसके मुकाबले में एक समाजसेवक लोगों की भलाई के लिए दिनरात मेहनत करता है तो लोग उस समाजसेवक को आंखों पर बिठा लेते हैं। समाजसेवक गुरजीत वालिया को उनके अच्छे कार्यों के कारण लोगों ने आंखों पर बिठा लिया है।
गुरजीत वालिया जिनका जीवन एक संघर्षमयी जीवन रहा है और इस जीवन में उन्होंने अब जालंधर को अपनी कर्मभूमि बना लिया है। इस कर्मभूमि में वह जनहितैषी कार्यों को अंजाम दे रहे हैं। हालांकि वालिया जल्द अपना दफ्तर खोलने जा रहे हैं लेकिन वालिया चैरिटेबल सोसाइटी के चेयरमैन के तौर पर उन्होंने जालंधर के हर हिस्से में अपनी समाजसेवा के झंडे गाढ़ दिए हैं। चाहे गढ़ा रोड पर सालों से चली आ रही कूड़े की समस्या को चंद घंटों में निपटाना, सेंट्रल एरिया में सीसीटीवी कैमरे लगाकर अपराधियों से लोगों को राहत दिलाना, जज बनी जालंधर की बेटी को उसके घर जाकर सम्मानित करना, ये वो काम है जो वालिया का कद हर उस राजनेता से बड़ा कर रहे हैं जो अपने वादों पर खरा नहीं उतरता। वालिया ने साफ तौर पर कहा है कि अगर वे विधायक बनते हैं तो उनके विधानसभा हलके की जनता सारी उम्र उन्हें याद करेगी। वह इतना कुछ लोगों के लिए कर जाएंगे कि लोग उन्हें आने वाली कई पीढिय़ों तक याद रखेंगे। वालिया ने कहा कि वह अपनी जुबान के इतने पक्के हैं कि 3 माह में सीसीटीवी लगाने का जो वादा किया था उसे डेढ़ माह में पूरा कर दिखाया।