मोगा (PMN): थाना सिटी साऊथ अधीन अस्थाई थाना चडि़क में पड़ते गांव बुध सिंह वाला में मृतक विवाहिता की अस्थियां उठाते समय राख में से कैंची मिलने से परिवार में रोष है। मृतक विवाहिता के पहला बच्चा होने पर 6 नवंबर को स्थानीय सिविल अस्पताल में दाखिल करवाया गया था। डॉक्टरों की ओर से बड़े ऑप्रेशन से हुई डिलीवरी से लड़की ने जन्म लिया था। स्थानीयजच्चा बच्चा वार्ड में तैनात महिला डॉक्टर ने कैंची के आरोपों को सिरे से नकार दिया है।
थाना सिटी साउथ प्रमुख इंस्पेक्टर गुरप्रीत सिंह सरां ने कहा कि इस मामले की जांच की जा रही है। पीडि़त परिवार मुताबिक गीता कौर (22) पत्नी इन्द्रजीत सिंह गांव बुध सिंह वाला को पहला बच्चा होने पर 6 नवंबर को मोगा के सिविल अस्पताल में दाखिल करवाया गया था। डॉक्टरों की ओर से गीता कौर का बड़ा ऑप्रेशन किया गया था और लड़की का जन्म हुआ। दो दिन बाद गीता कौर के पेट में दर्द होना शुरू हो गया, जिस को फरीदकोट अस्पताल रैफर कर दिया गया पर एक दिन बाद फरीदकोट अस्पताल में लड़की की मौत हो गई। परिवार वालों की ओर से आज लड़की की अस्थियां चुगने समय राख में से अर्ध जली कैंची बरामद हुई। परिवार वालों ने आरोप लगाया कि डॉक्टरों की लापरवाही कारण लड़की के पेट में कैंची रही है, जिस कारण लड़की की मौत हो गई।
वहीं दूसरी ओर सरकारी अस्पताल की जच्चा वार्ड की गायनी डा. सिमरत कौर खोसा ने बताया कि यह गीता कौर उनके पास 6 नवंबर को आई थी और रविवार सुबह उसे सांस लेने में दिक्कत आ रही थी। जिस कारण उसको फरीदकोट रैफर कर दिया गया। उन्होंने बताया कि वहां उसकी मौत हो गई। उन्होंने बताया कि वहां के डॉक्टरों से भी उनकी बातचीत हुई है, जहां डाक्टरों ने बताया कि वहां भी पूरा पेट खोल कर चैक किया गया था। उन्होंने कहा कि जो वीडियो उन्होंने देखी और जो कैंची इस दौरान पाई गई है, वह सरकारी अस्पताल में आए स्टाफ की नहीं है, उन्होंने कहा कि इस मामले की पूरी जांच होनी चाहिए।