जालंधर (PMN) : सहकारता मंत्री सुखजिन्दर सिंह रंधावा की तरफ से आज भोगपुर सहकारी चीनी मिल में 3000 टी.सी.डी. सामर्थ्य और 15 मेगावाट बिजली पलांट के नये प्राजैक्ट का उद्घाटन किया गया।इस के साथ ही सहकारी चीनी मीलों में पिड़ाई का सीजन आरंभ हो गया।शूगरफैड और सहकारिता विभाग की तरफ से बड़ी छलांग लगाते हुए 109 करोड़ रुपए की लागत के साथ सहकारी क्षेत्र की सबसे पहली चीनी मिल की कायाकल्प की गई, जिस के साथ यह मिल अपने क्षेत्र के गन्ने की पिड़ाई में समर्थ होगी। इसके अलावा बिजली उत्पादन को आने वाले तीन सीज़नों में मिल को 42.50 करोड़ रुपए का अतिरिक्त राजस्व भी इकट्ठा होगा जिस के साथ किसानों को गन्ने की अदायगी भी अपने संसाधनों से की जा सकेगी। नये प्राजैकट के उद्घाटनी समारोह को संबोधित करते हुए सहकारिता मंत्री रंधावा ने कहा कि मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह के नेतृत्व में पंजाब सरकार की तरफ से सूबे की सहकारी चीनी मीलों को मज़बूत करने के लिए कई कदम उठाए गए हैं। उन्होंने कहा कि किसानों को गेहूं -धान के फ़सली चक्कर से निकालने के लिए गन्ने की खेती सबसे अहम तबदीली है जिसमें फ़सली विभिन्नता को उत्साहित करने का पूरा सामर्थ्य है रंधावा ने कहा कि पंजाब में इस समय पर गन्ने की खेती अधीन एक लाख हेक्टेयर के करीब क्षेत्रफल है। चीनी मीलों को पुनर्जीवित करने से यह क्षेत्रफल आने वाले सालों में ओर भी बढ़ जायेगा। उन्होंने कहा कि गन्ने की खेती को लाभदायक बनाने और इस की खेती के लिए किसानों को उत्साहित करने के लिए सहकारी चीनी मीलों को मज़बूत करना सबसे बड़ी ज़रूरत थी। इसके अंतर्गत प्रदेश सरकार की तरफ से नयी छलांग लगाई जा रही हैं।
रंधावा ने बताया कि पंजाब कैबिनेट की तरफ से किये गए अहम फ़ैसले में बंद पड़ी फरीदकोट सहकारी चीनी मिल की प्लांट मशीनरी को भोगपुर सहकारी चीनी मिल में 20.27 करोड़ रुपए के साथ शिफट किया गया जिस के साथ मौजूदा मिल का पिड़ाई सामर्थ्य 1016 टी.सी.डी. से बढ़कर 3000 टी.सी.डी. समेत 15 मेगावाट बिजली पलांट हो गया है। यह नया प्रोजैकट आज स्थापित किया गया है।