मोगा(PMN): खेती कानून रद्द करवाने के लिए किसान जत्थेबंदियों का संघर्ष उबाले मार रहा है। मोदी सरकार से सिर धड़ की बाज़ी लगाई बैठे किसानों का कहना है कि वह जमीने बचाने के लिए शुरु की लड़ाई हर फ्रंट पर लड़ेंगे। चाहे माली तौर पर किसानी घोल काफी महंगे पडऩे लगे हैं पर लोगों की ओर से ही नहीं बल्कि अध्यापक ओर अन्य जत्थेबंदियों आदि द्वारा खुला फंड दिया जा रहा है। भारतीय किसान यूनियन पंजाब के प्रदेश महासचिव बलवंत सिंह बहरामके और जिला प्रधान सुखा सिंह विर्क ने कहा कि मिसाली संघर्ष से बुखला कर बदलाखोरी की भावना से मोदी रोज नए काले कानून बना रहा है। उन्होंने कहा कि 26 और 27 नवंबर को दिल्ली कूच करने के लिए निज्जी स्कूलों द्वारा बसें उपलब्ध करवाने की पेश की है, पर कई किसानों की प्राथमिकता ट्रैक्टर पर जाने की है। उन्होंने कहा कि दिल्ली जाने के लिए बाबा कुंदन सिंह मंदिर मुहार कॉलेज के चेयरमैन प्रिंसिपल सुरजीत सिंह सिद्धू जो किसान भी हैं ने भी बसें उपलब्ध करवाने के लिए कहा है। उनके कॉलेज की संघर्षी रंग में रंगी बस के साथ गांवों में दिल्ली जाने के लिए लामबंदी मुहिम शुरु की गई है। इस बस का नाम ‘पेंडू किसान जागरूकता बस रखा गया है।