जालंधर (पवन कुमार)– ज़िला प्रशासन की तरफ से ज़िले की मंडियों में किसानों की तरफ से लाई गई गेहूँ की समय पर ख़रीद और उठवाई करके गेहूँ की उचित ख़रीद प्रक्रिया को यकीनी बनाया जा रहा है। इस सम्बन्धित और ज्यादा जानकारी देते हुए डिप्टी कमिश्नर जालंधर घनश्याम थोरी ने बताया कि पंजाब सरकार के आदेशों पर ज़िला प्रशासन किसानों को बिना किसी परेशानी के गेहूँ की ख़रीद प्रक्रिया को पूरा करने के लिए वचनबद्ध है। उन्होनें कहा कि मंडियों में पहुँची गेहूँ की समय पर ख़रीद को यकीनी बनाने के साथ-साथ समय पर उठवाई की तरफ भी विशेष ध्यान दिया जा रहा है। थोरी ने बताया कि जबसे गेहूँ की ख़रीद का सीजन शुरू हुआ है, ज़िले की अनाज मंडियों में 1,49,574 मैटरिक टन गेहूँ की आमद हुई है, जिसमें से अलग -अलग ख़रीद एजेंसियों की तरफ से 1,48,080 मैटरिक टन गेहूँ की ख़रीद की जा चुकी है। उन्होनें बताया कि गेहूँ की ख़रीद के साथ-साथ समय पर 100 प्रतिशत उठवाई को यकीनी बनाया गया है। उन्होनें कहा कि मुख्यमंत्री पंजाब कैप्टन अमरिन्दर सिंह के नेतृत्व वाली राज्य सरकार मंडियों में किसानों की तरफ से लाई गई गेहूँ की फ़सल का एक -एक दाना खरीदने के लिए पाबंद है। थोरी ने बताया कि 17 अप्रैल को ज़िले की मंडियों में 22109 मैटरिक टन गेहूँ की आमद हुई थी, जबकि 54069 मैटरिक टन ख़रीदी गेहूँ की उठवाई की गई है जो कि पहुँची गेहूँ की अपेक्षा दुगने से ज़्यादा बनती है।
ज़िले में ख़रीद की गई गेहूँ का विवरण देते हुए डिप्टी कमिश्नर ने बताया कि पनगरेन की तरफ से 39396 मैटरिक टन, मार्कफ़ैड की तरफ से 38511, पनसप की तरफ से 36470, पी.एस.डबल्यू.पी. की तरफ से 23428 और एफ.सी.आई. की तरफ से 10275 मैटरिक टन गेहूँ की ख़रीद की गई है।
डिप्टी कमिश्नर ने कहा कि ज़िले में ख़रीद एजेंसियों के पास अपेक्षित मात्रा में बारदाना उपलब्ध है। उन्होनें किसानों से अपील की कि कोरोना समय दौरान पूरी सावधानी के साथ गेहूँ मंडियों में लाया जाए, क्योंकि स्वास्थ्य की सबके लिए एक समान महत्ता है।
उन्होनें कहा कि मंडियों में कोविड -19 के समय दौरान पहुँचने वाली गेहूँ की तुरंत ख़रीद और उठवाई के लिए पुख्ता प्रबंध किये गए है।