जालंधर (ब्यूरो): जैसे जैसे पंजाब विधानसभा चुनाव करीब आ रहे हैं वैसे वैसे सियासत गरमाती जा रही है। इसी सियासत के बीच पंजाब में कैप्टन सरकार के खिलाफ लोगों में रोष बढ़ता जा रहा है वहीं दूसरी तरफ 6 बजे से शुरू होने वाले कफ्र्यू ने व्यापारियों की कमर तोड़ दी है। सोशल मीडिया पर कुछ तस्वीरें तेजी से वायरल हो रही हैं।
ये तस्वीरें मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के ऑफिशियल फेसबुक पेज पर अपलोड की हुई थी। इन तस्वीरों के साथ कैप्टन अमरिंदर सिंह के हवाले से पेज पर संदेश लिखा गया है कि कोविड 19 पॉजिटिव पाए गए जरूरतमंद परिवारों को 10 किलो आटा, 2 किलो चीनी और 2 किलो चिकपीस से भरा राशन बैग वितरित करने का निर्णय लिया है ।
अब तक 1 लाख राशन बैग तैयार हो चुके हैं और आगे जरूरत पड़ी तो और तैयार करेंगे । सभी अपना और अपने परिवार का ख्याल रखें और घर पर रहें ।
हमने खाद्य राशन बैग का वितरण शुरू कर दिया है जिसमें 10 किलो अट्टा, 2 किलो चीनी और 2 किलो चन्ना शामिल वंचित परिवारों को जिन्होंने कोविड 19 पॉजिटिव का परीक्षण किया है। अभी तो 1 लाख बैग तैयार हुए हैं और जरूरत पड़ी तो और तैयार करेंगे । अपना ख्याल रखें और घर पर रहें ।
इस मैसेज के अपलोड होते ही सोशल मीडिया पर नई बहस शुरू हो गई है। इस बहस के दौरान यूजर्स ने जमकर भड़ास निकालते हुए कहा कि कैप्टन सरकार के दिन लद गए हैं इसलिए इन राशन बैगों पर मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने अपनी तस्वीर लगा ली है ताकि मशहूरी की जा सके।
कुछ यूजर्स ने लिखा कि सारा राशन केंद्र सरकार की तरफ से आया है और प्रदेश सरकार अपना ठप्पा लगाकर वाहवाही लूटने की कोशिश में है। हालांकि कुछ यूजर्स ने इसे अच्छा प्रयास बताते हुए इसकी प्रशंसा भी की लेकिन अधिकतर यूजर्स ने इसे गलत करार दिया। कुछ यूजर्स ने लिखा कि शर्म करो आटे की थैली देकर फोटो खींच लैंदे हो। एक यूजर्स ने यहां तक लिख दिया कि साहब क्या आपके नाम की थाली बजवाएं अब।
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