लुधियाना (PMN) : हैबोवाल में दो वकील भाइयों के साथ पुलिस द्वारा कथित तौर पर मारपीट करने का आरोप लगाकर एडवोकेट भाईचारे की ओर से सोमवार को पुलिस कमिश्नर कार्यालय के समक्ष रोष प्रदर्शन किया गया, जिसके बाद पुलिस ने मामले में एसआईटी का गठन कर दिया है। थाना हैबोवाल पुलिस पर आरोप लगाया है कि उसने वकीलों को अवैध कस्टडी में रखकर थर्ड डिग्री दी और उन पर नजायज एफआईआर दर्ज की है।
इस मामले में जानकारी देते हुए सेल ने कहा कि एसएचओ जसकंवल सिंह ने डिस्ट्रिक्ट बार एसोसिएशन के एडवोकेट सिद्धार्थ चांदी और एडवोकेट मोहित चांदी को अवैध शराब का धंधा करने वालों गुंडा तत्वों की शह पर बेवजह केस दर्ज किया है। भाजपा नेताओं ने एसएचओ हैबोवाल हरकंवल सिंह सेखों और पुलिस टीम को डिसमिस करने के साथ-साथ सभी पर एफआईआर दर्ज करने की मांग की है। उन्होंने वकीलों के खिलाफ दर्ज मामला रद्द करने की भी मांग उठाई।
एडवोकेट सिद्धार्थ चांदी और एडवोकेट मोहित चांदी अवैध शराब का कारोबार करने वालों का विरोध करने वाले मोहल्ला वासियों के साथ सिविल अस्पताल से मैडीकल करवाने के बाद अपराधियों के खिलाफ शुक्रवार रात को बयान दर्ज करवाने थाना हैबोवाल पहुंचे थे। उनके साथ घायल शिकायतकर्ता सरपंच नरेंद्र सिंह भी थे। भाजपा लीगल सैल का आरोप है कि एसएसओ हरकंवल सिंह सेखों और पुलिस टीम ने शिकायतकत्र्ता के बयान दर्ज करने के बजाय अवैध शराब का कारोबार करने वाले गुंडा तत्वों की शह पर उलटा शिकायतकर्ता और दोनों वकीलों को नजायज तौर हिरासत में रख कर लगातार कई घंटो तक थर्ड डिग्री इस्तेमाल की। बाद में उनके खिलाफ झूठी एफआईआर दर्ज कर दी। इसके बाद भी पुलिस मामला दबाने के लिए दोनों वकीलों को अन्य मामलों में फंसाने की धमकी देती रही। पुलिस ने उनके फोन छीन लिए, उन्हें अपमानित किया। उन्हें रस्सियों/हथकड़ी से बांध दिया। पूरी रात लोहे की रॉड, लाठी, जूते से चोट पहुंचाई। पुलिस ने अवैध रूप से दोनों वकीलों को पूरी रात 13 व 14 नवंबर को हिरासत में रखा।