चंडीगढ़ (PMN): प्रदेश भाजपा अध्यक्ष अश्विनी शर्मा (Ashwini Sharma) ने पंजाब पुलिस की कार्रवाई पर सवालिया निशान खड़े करते हुए कहा कि भारत रत्न अटल जी के भाजपा कार्यकत्र्ताओं द्वारा करवाए जा रहे कार्यक्रमों को पुलिस द्वारा प्रदेश में 27 जगहों पर जबरन बंद करवाए जाने को लोकतंत्र व मौलिक अधिकारों का कत्ल बताया।
उन्होंने (Ashwini Sharma) कहा कि प्रदेश का गृह विभाग कैप्टन अमरिंदर सिंह (Amrinder singh) व डी.जी.पी. के अधिकार में है और यह दोनों ही इसे सम्भालने में विफल साबित हुए हैं। कैप्टन अमरिंदर सिंह पंजाब को काले दौर में धकेलने की शुरुआत कर चुके हैं और इनमें उनका साथ किसानों के नाम नक्सली ताकतें व असमाजिक तत्व दे रहे हैं, जो पंजाब के शांतमय व भाईचारे के माहौल को खराब करना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि मुझे उपदेश देने वाले यह कांग्रेसी मंत्री पहले खुद अपनी पीढ़ी थले सोटा फेर लें। उन्होंने कहा कि पहले अपनी कांग्रेस की भ्रष्ट सरकार की तरफ देखें व उसमें चरम सीमा तक पहुंच चुके भ्रष्टाचार पर ध्यान दें।
अश्विनी शर्मा ने कहा कि बठिंडा में हुई घटना के दौरान जो भाजपा कार्यकत्र्ता घायल हुए हैं, उन्होंने स्पष्ट रूप से बताया कि उन्हें उपद्रवियों के साथ-साथ पुलिस ने लाठीचार्ज कर घायल किया है। पुलिस को उपद्रवियों के नाम दिए जाने के बाद भी अज्ञात लोगों के विरुद्ध मामला दर्ज किया गया।
रवनीत बिट्टू (Ravneet bitoo) द्वारा पंजाब में लाशें बिछाने के दिए गए बयान पर शर्मा ने बिट्टू को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि यह कांग्रेस की नीच राजनीति व घटिया सोच को साबित करता है। कांग्रेस पहले भी पंजाब को भयावह काला दौर दिखा चुकी है। उन्होंने कहा कि 30 दिसंबर को भाजपा सभी जिलों में एस.एस.पी. को बिट्टू के विरुद्ध मामला दर्ज करने व उसे गिरफ्तार करने के लिए मांगपत्र देगी। इसके साथ ही 2 जनवरी 2021 से लुधियाना में रवनीत बिट्टू के विरुद्ध मामला दर्ज करने व उसकी गिरफ्तारी को लेकर अनिश्चितकालीन धरना देंगे।
अश्विनी शर्मा (Ashwini Sharma) ने कहा कि कृषि बिलों को आधार बना कर अपना राजनीतिक स्वार्थ सिद्ध करने के लिए कुछ राजनीतिक नेताओं व असमाजिक तत्वों द्वारा किसानों और अन्य व्यक्तियों को उकसा कर धरने-प्रदर्शन व हिंसक कारवाईयां की जा रही है। यहां तक कि कुछ राजनीतिक विरोधियों के इशारे पर खुद को किसान कहने वाले कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा भाजपा नेताओं को भयानक परिणामों भुगतने की धमकियां दी जा रही हैं। प्रभावित व्यक्तियों द्वारा इस संबंध में उक्त उपद्रवियों/असामाजिक तत्वों के विरुद्ध शिकायत करने के बाद भी कि पंजाब सरकार व पुलिस द्वारा कार्रवाई नहीं की जा रही। इससे साफ है कि कैप्टन सरकार पंजाब का माहौल खऱाब कर इसे काले दौर में धकेलना चाहती।