Punjab media news : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को कहा कि वर्ष 2014 के बाद से भारत में जितने भी आम बजट आए हैं उनमें एक पैटर्न रहा है. पैटर्न यह है कि हमारी सरकार का हर बजट वर्तमान चुनौतियों के समाधान के साथ ही New Age Reforms को आगे बढ़ाता रहा है. उन्होंने कहा, “इस साल के बजट में भी इंडस्ट्री के लिए ‘ग्रीन क्रेडिट’ हैं तो किसानों के लिए पीएम-प्रणाम योजना है. ग्रीन ग्रोथ को लेकर इस साल के बजट में जो प्रावधान किए गए हैं वो एक तरह से हमारी भावी पीढ़ी के उज्ज्वल भविष्य का शिलान्यास है.”
वे आम बजट 2023-24 में की गई विभिन्न घोषणाओं पर विभिन्न पक्षों को संबोधित करने के मद्देनजर हरित वृद्धि पर आयोजित एक वेबिनार में बोल रहे थे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, ‘हमारा ट्रैक रिकॉर्ड बताता है कि भारत अपने लक्ष्यों को समय से पहले हासिल कर लेता है. स्थापित बिजली क्षमता में हमने 40% गैर-जीवाश्म ईंधन में 9 साल आगे का लक्ष्य हासिल किया है. पेट्रोल में 10% इथेनॉल सम्मिश्रण लक्ष्य से 5 महीने पहले हासिल किया गया.’
उन्होंने आगे कहा, ‘भारत नवीकरणीय ऊर्जा संसाधन में जितना कमांडिंग पोज़िशन में होगा, उतना ही बड़ा बदलाव वो विश्व में ला सकता है. यह बजट भारत को ग्लोबल ग्रीन एनर्जी मार्केट में एक अहम खिलाड़ी के रूप में स्थापित करने में भी बड़ी भूमिका निभाएगा.’ इसके साथ ही पीएम मोदी ने एनर्जी वर्ल्ड से जुड़े हर क्षेत्र को भारत में निवेश के लिए आमंत्रित किया.
बजट में 500 नए गोबर गैस प्लांट लगाने की घोषणा
पीएम मोदी ने अपने संबोधन में जैव ईंधन को लेकर भी बात की. उन्होंने कहा, ‘हमारी सरकार जिस तरह जैव ईंधन पर जोर दे रही है वो सभी निवेशकों के लिए बड़े अवसर लेकर आया है. हमारे देश में एग्री-वेस्ट की कमी नहीं है, ऐसे में देश के कोने-कोने में एथनॉल प्लांट की स्थापना के मौके को निवेशकों को छोड़ना नहीं चाहिए. भारत में गोबर से 10 हजार मिलियन क्यूबिक मीटर बायो गैस के उत्पादन की क्षमता है. इन्हीं संभावनाओं की वजह से आज गोबर धन योजना भारत की जैव ईंधन रणनीति का एक अहम हिस्सा है. इसीलिए हमने इस बजट में 500 नए गोबर गैस प्लांट लगाने की घोषणा की है. इन आधुनिक प्लांट्स पर सरकार 10 हजार करोड़ रुपये खर्च करेगी.’