The Price of this pair of Pigeons is Seven Crores | 7 करोड़ के कबूतर | खाते हैं सुच्चे मोती
किसी ने सच कहा है कि शौक के आगे कोई मूल्य नहीं होता। जहां कुछ लोग महंगी गाड़ियों के शौकीन है, वहीं कुछ लोगों को महंगे पशु पक्षी रखने का शौक है। रविवार को शेरे-ए-पंजाब महाराजा रणजीत सिंह पिजन फ्लाइंग एंड ब्रीड शो क्लब की ओर से एसडी कॉलेज रोड में करवाए गए 56वें नस्लिंग शो मुकाबले में कबूतर प्रेमी दिखे। यहां सात करोड़ रुपये मूल्य वाले कबूतर से लेकर फैंसी कबूतर मौजूद थे।सभी कबूतरों की अपनी-अपनी खासियत थी। कोई अपनी दिखावट के कारण सभी को भा रहा था तो कोई अपनी उड़ने की क्षमता के कारण लोगों को दंग कर रहा था।
क्लब के प्रधान सरवन सिंह ने शो में पहुंचे कलसरे व स्लेटी जीरे कबूतरों की जोड़ी के बारे में हैरतअंगेज बातें बताई। उनके पास जो कबूतरों की जोड़ी थी उसकी कीमत सात करोड़ रुपये के करीब थी। उन्होंने इस दौरान कबूतरों की खासियतों के बारे में भी विस्तार से बताया। शो में कलसरे व स्लेटी जीरे कबूतरों की जोड़ी आकर्षण का केंद्र रही। इस जोड़े की कीमत सात करोड़ रुपये है और इसकी खुराक में सुच्चे मोती भी शामिल हैं। शो में जज की भूमिका अमरीक सिंह, सतपाल, जसप्रीत, प्रभजोत सिंह ने निभाई। विजेताओं को मौके पर पहुंचे विधायक राजिंदर बेरी ने सम्मानित किया।
ये रहा परिणाम:
मलवई नस्ल : विजय कुमार प्रथम, सतपाल द्वितीय व रणजीत तृतीय
फैंसी: जसप्रीत प्रथम, दीपो द्वितीय व ढेसिआं तृतीय
जोड़े मुकाबले: जसकरण सिंह प्रथम
कलसरे व स्लेटी जीरे नस्ल
कबूतरों की जोड़ी की कीमत सात करोड़ रुपये है। इस कबूतर की खासियत यह है कि यह 15 घंटे आसमान में उड़ान भर सकता है। इसकी खुराक में कस्तूरी, सुच्चे मोती, बादाम, केसर, देसी घी, देसी घी की चूरी, मेवे की खुराक शामिल है।
मलवई कबूतर
करीब एक लाख रुपये इस जोड़े की कीमत है। यह मालिक के इशारे पर काम करते हैं। मालिक के इशारा करने या फिर घुंघरू की आवाज करने पर वह आसमान से नीचे उतरता है। इसकी खुराक में भी गेहूं, चने, बाजरा, दाल आदि होती है।
शाके मलवई नस्ल
इस नस्ल के कबूतरों के जोड़े की कीमत 20 हजार रुपये है। इस नस्ल के कबूतर की आंखें काली होती हैं। ये 10 से 12 घंटे आसमान में उड़ान भरते हैं। मालिक के इशाले या फिर घुंघरू की आवज सुनकर ही नीचे आते हैं। इनकी खुराक में बाजरा, सरसों, तोरियां, चने आदि शामिल हैं।
मसकली नस्ल
इसके जोड़े की कीमत 15 हजार रुपये है। इसकी खासियत यह है कि यह अपनी पूंछ को घुमावदार बना लेता है। ये भी फैंसी श्रेणी में आता है। इस नस्ल के कबूतर भी उड़ान नहीं भरता है। लोग शौकिया तोर पर इसे घरों में रखते हैं। इसकी खुराक भी गेहूं, चने, बाजरा, दाल आदि होती है।
नकाबपोश कबूतर नस्ल
इसके एक जोड़े की कीमत पांच से आठ हजार रुपये है। ये भी फैंसी कैटेगरी में आता है। ये अपनी गर्दन के पास छोटे छोटे पंख फैलाकर दोनों आंखों तक लाकर पंखों का घेरा बन जाता है। ये भी उड़ान नहीं भरता। इसकी खुराक में गेहूं, चने, मोठ, बाजरा, सोयाबीन शामिल है।
पाकिस्तानी सरैजी नस्ल
कीमत: 2500 रुपए
खासियत: जोड़ा यह नस्ल भी फैंसी कैटेगरी में आती है। ये भी उड़ान नहीं भरते। इस नस्ल के कबूतर भी उड़ान नहीं भरते। इनकी खुराक में गेहूं, चने, बाजरा, दाल आदि शामिल है।
इंडियन फाउंटेन नस्ल
कीमत: 2500 रुपये जोड़ा
खासियत: यह नस्ल भी फैंसी कैटेगरी में आती है। इस नस्ल के कबूतर भी कम ही उड़ते हैं। यह अपनी पूंछ को फव्वारे के रूप में फैला लेता है। इसकी खुराक भी गेहूं, चने, बाजरा, दाल आदि होती है।
थीफ पोटर नस्ल
कीमत: 1200 रुपये जोड़ा
खासियत: इस नस्ल के कबूतर उड़ान नहीं भरते है। ये फैंसी कैटेगरी में आता है। इनकी खुराक में गेहूं, चने, बाजरा, दाल आदि शामिल है।