जालंधर (ब्यूरो)– जालंधर कैंट से विधायक विधायक परगट सिंह ने मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह पर सनसनीखेज आरोप लगाया है। सोमवार को विधायक परगट सिंह ने कहा कि उन्हें सीएम के सलाहकार कैप्टन संदीप संधू ने फोन किया और कैप्टन का नाम लेकर धमकी दी। संधू ने कहा कि अमरिंदर सिंह ने कहा है कि उन्होंने मेरे दस्तावेज इक_े कर लिए हैं और अब कार्रवाई (ठोंका) की जाएगी।
इससे पहले रविवार को कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू ने अपनी सरकार पर सवाल खड़े किए । उन्होंने ट्वीट किया कि ‘उचित को जान के उस पर अमल ना करना कायरता का आभास है।’ एक अन्य ट्वीट पर नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा कि पंजाब पुलिस रोजाना हजारों मामले सुलझाती है। किसी जांच आयोग और एसआईटी की कोई जरूरत नहीं होती है। मैंने कई बार बेअदबी, बहिबल कलां और कोटकपूरा गोलीकांड के पीछे बादल की भूमिका का विस्तार से जिक्र किया।
परगट सिंह की इस प्रेस कांफ्रेंस से जालंधर की सियासत गरमा गई है। एक तरफ सोशल मीडिया पर लोग परगट सिंह से सवाल पूछ रहे हैं कि आखिर साढ़े 4 साल वह चुप क्यों रहे? अब चुनाव नजदीक आ रहे हैं तो कैप्टन को कोसना शुरू कर दिया है। सूत्रों के मुताबिक जालंधर के बाकी 3 विधायकों तक भी इस प्रेस कांफ्रेंस की खबर पहुंची सियासी गपशप शुरू हो गई। जालंधर वेस्ट से विधायक सुशील रिंकू तो शुरू से ही कैप्टन के खासमखास हैं। नवजोत सिद्धू के खिलाफ रिंकू ने तब भी मोर्चा खोल दिया था जब सिद्धू अवैध कालोनियां गिराने जालंधर आए थे और इस दौरान सुशील रिंकू डिच पर चढ़ गए थे और उन्होंने कालोनियां नहीं गिराने दी थीं।
वहीं जालंधर सेंट्रल विधायक राजिंदर बेरी की बात करें तो बेशक कैप्टन के खासमखास हैं लेकिन इस बार उन्हें अपने ही हलके में चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। सूत्रों के मुताबिक उनके कुछ पार्षद ही उनसे नाराज हैं और आने वाले दिनों में यह नाराजगी भारी पड़ सकती हैं। हालांकि उन्होंने परगट सिंह के खिलाफ बहुत कम बोला है लेकिन कैप्टन के लिए जालंधर में बैठकर दिल्ली में बैठी केंद्र सरकार से पंगा लेते रहते हैं।
अब विधायक बावा हैनरी की बात करें तो बावा हैनरी ही वह विधायक हैं जिन्होंने 3 साल पहले जालंधर में नगर निगम कर्मियों के साथ उस वक्त पंगा लिया था जब परगट सिंह सामने खड़े थे। बावा हैनरी एक स्वच्छ छवि के विधायक हैं बेशक उनके विधानसभा हलके में गुंडागर्दी की वारदातें बढ़ी हैं लेकिन खुद बावा हैनरी की छवि साफ है।
अब कुल मिलाकर ये तीनों विधायक हैं तो कैप्टन के खास लेकिन अगर कल को हाईकमान नवजोत सिद्धू को लेकर कोई फैसला लेती है तो फिर कौन किधर जाएगा इस सवाल के जवाब का इंतजार है। वैसे सूत्रों के मुताबिक परगट सिंह को तीनों कोनों से घेरा जाएगा लेकिन परगट भी हॉकी ओलंपियन हैं। वह बाखूबी जानते हैं कि आक्रामक खेल दिखाते हुए कैसे दुश्मन की डी में घुसकर गोल करना है।