जालंधर (ब्यूरो)-देश भर में आज से चैत्र नवरात्र की शुरुआत हो गई। हिंदू समाज में नवरात्रों का बड़ा महत्व है।
आज देशभर में नवरात्रि की पर्व मनाया जा रहा है। वहीं नवरात्रि के पहले माता के भक्त मां वैष्णों देवी के दर्शन करने कटरा पहुंचे। हालांकि वहां कोरोना के प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन किया जा रहा है। एक श्रद्धालू ने बताया कि मंदिर में प्रवेश करने के लिए हमें आरटी-पीसीआऱ की निगेटिव रिपोर्ट साथ लानी होती है। नवरात्र में हवन, पूजन के साथ व्रत, उपवास का विशिष्ट महत्व है। इस दौरान संयमित जीवन शैली रोग प्रतिरोधक क्षमता की वृद्धि में भी सहायक होगा। वासंतिक नवरात्र ऋतु परिवर्तन का संधिकाल होता है। इस दौरान विषाणु जनित बीमारियों का प्रजनन अधिक होता है। नवरात्र में व्रत रहने से आत्मिक, शारीरिक और मानसिक शक्ति मिलती है। व्रत में तामसिक चीजों का त्याग कर देते हैं। आदि शक्ति के निमित्त भोजन त्याग की भावना आत्मबल प्रदान करती है। सुपाच्य आहार, विहार, व्यवहार और विचार से रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। प्रथम नवरात्र पर मां शैलपुत्री की उपासना की जाती है।
नौ रूप
शैलपुत्री
ब्रह्मचारिणी
चंद्रघंटा
कूष्माण्डा
स्कंदमाता
कात्यायनी
कालरात्रि
महागौरी
सिद्धिदात्री