लुधियाना(PMN): नैशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल मानिटरिंग कमेटी ने 9 महीने बाद शहर में दस्तक दी। कमेटी ने जिला प्रशासन, नगर निगम व पंजाब प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अफसरों के साथ बुड्ढा दरिया में फैल रहे प्रदूषण को लेकर अलग-अलग जगहों पर छापेमारी की। कारकस प्लांट के निर्माण और सीवरेज ट्रीटमैंट प्लांटों के अपग्रेडेशन में हो रही देरी पर कमेटी के चेयरमैन ने निगम अफसरों की जमकर क्लास लगाई।
वहीं बुड्ढा दरिया के किनारे बनाए गए माइक्रो फारेस्ट और फ्लोटिंग ड्रम ब्रिज पर अफसरों को शाबाशी दी। जैनपुर में बुड्ढा दरिया के काले पानी को देखकर कमेटी के चेयरमैन रिटायर जस्टिस जसबीर सिंह ने निगम कमिश्नर प्रदीप सभ्रवाल को धमकी भरे लहजे में कहा कि बुड्ढा दरिया की सेहत सुधार लो तीन करोड़ रुपये की मंथली पैनल्टी रोक के बैठा हूं। अगर हालात नहीं सुधरे तो यह पैनल्टी लगनी शुरू हो जाएगी। जिस पर निगम कमिश्नर ने कमेटी को आश्वासन दिया कि बुड्ढा दरिया को प्रदूषण मुक्त बनाने जस्टिस जसबीर सिंह, संत सींचेवाल, बाबू राम, एससी अग्रवाल व अन्य सदस्य सबसे पहले पीएयू के शटन हाउस पहुंचे। वहां से उन्होंने अफसरों को कहा कि कारकस प्लांट देखने जाना है। उसके बाद जस्टिस जसबीर सिंह पूरे लाव लश्कर के साथ नूरपुर बेट स्थित निर्माणाधीन कारकस प्लांट देखने पहुंचे। जाते ही कारकस प्लांट का निर्माण कार्य देखते हुए उन्होंने निगम अफसरों को कहा कि 30 नवंबर तक यह पूरा हो जाएगा। जिस पर अफसरों के मुंह खुले के खुले रह गए।