नई दिल्ली (पंजाब मीडिया न्यूज): संसद के बजट सत्र के दौरान इस बार लोक सभा में प्रश्नकाल और शून्यकाल भी होंगे तथा सासंदों को बजट के सारांश और आर्थिक सर्वेक्षण की डिजिटल प्रति उपलब्ध कराई जाएगी। संसद के बजट सत्र के आयोजन के मद्देनजर लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला ने आज यहां तैयारियों को लेकर अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। संसद के बजट सत्र का पहला चरण 29 जनवरी से शुरू होकर 15 फरवरी तक चलेगा जिसमें कुल 12 बैठकें होंगी जबकि अगला चरण आठ मार्च से शुरू होकर आठ अप्रैल को समाप्त होगा जिसमें कुल 21 बैठकें होंगी।
सांसदों को अब संसद भवन परिसर की कैंटीन में सब्सिडी वाला खाना नहीं मिलेगा. लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने इसकी जानकारी दी है। ओम बिरला ने कहा, ”सांसदों, अन्य को संसद में कैंटीन के भोजन पर दी जाने वाली सब्सिडी रोक दी गई है।”
उन्होंने बताया कि संसद की कैंटीन को अब ITDC (इंडियन टूरिज्म डेवलपमेंट कॉरपोरेशन) चलाएगा। इससे पहले उत्तरी रेलवे के पास ये जिम्मेदारी थी। कैंटीन में एक थाली की कीमत 35 रुपये थी। सूत्रों ने बताया कि सब्सिडी समाप्त किये जाने से लोकसभा सचिवालय को सालाना 8 करोड़ रूपये की बचत हो सकेगी।
बिरला ने संवाददाताओं को बताया कि कोरोना महामारी के कारण इस बार संसद के बजट सत्र में पिछले सत्र की तरह ही तमाम दिशा-निर्देशों के अनुसार स्वास्थ्य की सुरक्षा को लेकर व्यापक व्यवस्था की जा रही हैं।
उन्होंने कहा कि राज्य सभा और लोक सभा की बैठकर अलग-अलग समय पर होंगी। राज्य सभा सुबह नौ बजे से दो बजे तक जबकि लोक सभा की बैठक शाम चार बजे से नौ बजे तक चलेगी। सदस्यों के लिए दोनों सदनों के साथ मुख्य कक्ष में बैठने व्यवस्था की गई है। सभी सदस्यों, संसद कर्मियों और मीडिया कर्मियों के लिए कोविड जांच की व्यवस्था 27 और 28 तारीख को संसद भवन परिसर में की जाएगी। साथ ही सासंदों को उनके आवास के पास भी ऐसी जांच सुविधा मुहैया करवाई जाएगी। सासंदों के परिवार वालों के लिए कोरोना जांच अनिवार्य नहीं है लेकिन ऐसा करने की सलाह दी गई है। राज्य सरकारों से भी कहा गया है कि वह संबंधित सांसदों के कोविड-19 जांच की व्यवस्था सुनिश्चित करें।
लोक सभा अध्यक्ष ने उम्मीद जताई कि सभी दलों के सहयोग से इस बार सदन सुचारु तौर पर चलेगा और जनता की आशा के अनुरूप अहम मुद्दों पर सकारात्मक चर्चा होगी