घरेलू गैस उपभोक्ता सिलेंडर की डिलीवरी के समय वह चेक ही नहीं कर पाते कि कैसे उन्हें पूरी गैस सप्लाई दी जा रही है या नहीं। डिलीवरी ब्याय आपने साथ मशीन लेकर नहीं पहुंचते। डिलीवरी वाहनों की खाद्य एंव आपूर्ति विभाग की ओर से कभी चेंकिग ही नहीं की जाती।
उपभोक्ता बताते है कि अगर कभी वह डिलीवरी ब्वाय से सिलेंडर का वजन करने की बात कहते है तो वह आसपास की दुकानों से सिलेंडर का वजन करने की बात कहते हैं। सिलेंडर का तौल करवाने की बात को टाल जाते है, इसी सिलेंडर मे कितनी गैस है, वह यह पता नहीं चला।
अमन कुमार वडिग पार्षद हरिद्रा नगर के रहने वाले ने कहा की कई बार गैस सिलेंडर लीक भी मिल जाते हैं। डिलीवरी ब्वॉय के पास वेटेंज मशीन होना जरुरी है, इसे लेकर उन्होंने कहा की कई डिलेवरी ब्वाय कहा, लेकिन वह यह कह कर बात टाल जाता है, कि उनकी एजेंसी का हर सिलेंडर भरा होता है।
जगरुप कौर का कहना है की सिलेंडर 22 दिनों मे खत्म हो गया, गैस कम होने से गैस एजेंसी मे शिकायत की तो वहां से कहा जाता है की हमेशा सिलेंडर तोल कर लें, परंतु डिलवरी ब्वाय के पास तो कई बार मशीन भी नहीं होती व टाल-मटोल कर देते है। इनसेट
चेक किए जाते हैं सिलेंडर : सुनील जैन
सुनील जैन गैंस एजेंसी के मालिक ने बताया कि सभी सिलेंड़रों को चेक किया जाता है, यहीं नहीं डेलवरी वैनों में वजन करने के लिए कांटा रखा जाता है, यदि कहीं कोई दिक्कत आती है तो उसकी जांच करवाई जाती है।