नई दिल्ली (मनप्रीत सिंह खालसा): दिल्ली गुरुद्वारा कमेटी के सदस्य और पूर्व महासचिव गुरमीत सिंह शंटी, करतार सिंह चावला और सुखबीर सिंह कालरा ने सिरसा के खिलाफ एफआईआर दर्ज होने पर वर्तमान सचिव और समिति के सदस्यों को पत्र लिखकर उनका इस्तीफा मांगा है। पत्र के अनुसार, सभी सदस्यों को पता लग गया है कि कमेटी के अध्यक्ष सिरसा द्वारा गुरुद्वारा गोलक के गंभीर दुरुपयोग के लिए धारा 120 बी, 420, 409 के तहत एफआईआर नंबर 183/2020 दर्ज किया गया है जिसमे दोष साबित होने पर कड़ी से कड़ी सजा दी जा सकती है। उन्होंने कहा, “हैरानी की बात यह है कि मामला दर्ज किए 48 घंटे से ज्यादा का समय बीत चुका है, लेकिन आप में से किसी ने भी आवाज नहीं उठाई है।” जबकि आपकी पार्टी के आदर्श वाक्य के अनुसार बिना किसी और देरी के कार्यकारी बैठक में प्रस्ताव पारित करना आपका कर्तव्य था। यह सब वैसा ही होना चाहिए जैसा कि भ्रष्टाचार के मामले में पूर्व अध्यक्ष मंजीत सिंह जीके के विरोध में किया गया था। अंत में उन्होंने लिखा कि हमें उम्मीद है कि आप मंजीत सिंह जीके के विरोध मे की गयी कार्रवाई का पालन करते हुए मनजिंदर सिंह सिरसा के खिलाफ तत्काल कार्रवाई, संगतों के प्रति अपनी जिम्मेदारी को पूरा करने से नहीं कतराएगे और गुरु के प्रति भी अपने कर्तव्य को भी पूरा करेगे। दिल्ली कमेटी में पत्र सौंपते समय शिरोमणि अकाली दल (दिल्ली) के सदस्य गुरमीत सिंह शंटी, यूथ विंग के अध्यक्ष रमनदीप सिंह सोनू, कमेटी के सदस्य करतार सिंह चावला, सुखबीर सिंह कालरा और एडवोकेट मनकनदीप सिंह मौजूद थे जिन्होने कमेटी के महासचिव हरमीत सिंह कालका के मौजूद ना होने पर पत्र कालका के पीए मंदीप सिंह को सौंपा ।