नई दिल्ली (मनप्रीत सिंह खालसा): दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष चौ. अनिल कुमार ने वरिष्ठ कांग्रेस नेता श्री अहमद पटेल जी और श्री तरुण गोगाई की प्रदेश कार्यालय में आयोजित शोक सभा में उन्हें श्रद्धाजंलि अर्पित की, इस मौके पर बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता भी उपस्थित थे। कल अहमद पटेल जी और तरुण गोगोई जी का निधन हो गया था।
पूर्व प्रदेश अध्यक्ष श्री सुभाष चौपड़ा, जो अहमद पटेल जी की शोक सभा में अपनी संवेदना व्यक्त की। कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं श्री अहमद पटेल और श्री तरुण गोगोई को चौ. अनिल कुमार के अलावा पूर्व सांसद श्री संदीप दीक्षित और श्री उदित राज, प्रदेश उपाध्यक्ष सर्वश्री जय किशन, अभिषेक दत्त, अली मेंहदी, दिल्ली प्रदेश महिला कांग्रेस अध्यक्ष अमृता धवन, पूर्व विधायक चौ. मतीन अहमद, वीर सिंह धींगान, सुरेन्द्र कुमार, भीष्म शर्मा, अमरीश गौतम, पूर्वी दिल्ली नगर निगम में कांग्रेस नेता रिंकू, जिला अध्यक्ष मौहम्मद उस्मान, विष्णु अग्रवाल मदन खोरवाल, गुरचरण सिंह राजू, राजेश चौहान और इंन्द्रजीत सिंह ने भी मुख्य रुप से पुष्पाजंलि अर्पित की।
चौ. अनिल कुमार ने कहा कि श्री अहमद पटेल जी और श्री तरुण गोगोई जी की आकस्मिक मृत्यु से भरपाई नही की जा सकती, यह दोनो नेता कांग्रेस पार्टी के स्तम्भ थे।
चौ. अनिल कुमार ने कहा कि दिल्ली पुलिस द्वारा पंजाब और हरियाणा के किसानों को बल पूर्वक रोके जाने का विरोध किया, यह किसान मोदी सरकार द्वारा बिना चर्चा किए संसद में पास किए गए किसान विरोधी बिलों के विरोध में प्रदर्शन कर रहे थे, इन बिलों के द्वारा किसानों की फसलों को एमएसपी खत्म करके निजी कम्पनियां कृषि उत्पादों को मनमानी दरें निर्धारण करके उन्हें खरीदेगी, जिससे किसानों का निर्दयतापूर्ण शोषण होगा। उन्होंने कहा कि जब किसान पंजाब में शांति पूर्वक अपना विरोध प्रदर्शन कर सकते है, तो दिल्ली में वे अपना विरोध क्यों नही जता सकते।
चौ. अनिल कुमार ने कहा कि दिल्ली के किसान भी मोदी सरकार द्वारा पास किए गए किसान विरोधी बिलों के हुए परिणामों से डरे हुए है, क्योंकि अरविन्द केजरीवाल पहले ही अल्प परिवर्तन कर चुके है और किसानों को मिलने वाली किसी भी प्रकार की वित्तिय सहायता और समर्थन मूल्य को नही बढ़ाया। जबकि भारी वर्षा और ओलावृष्टि के कारण किसानों की फसल को भारी क्षति हुई। चौ. अनिल कुमार ने अरविन्द सरकार पर किसान विरोधी विधेयको पर चुप्पी साधने का आरोप लगाया, अरविन्द ने मोदी सरकार द्वारा पास किए बिलों पर एक शब्द भी नही बोला।