देहरादून (ब्यूरो)– विदेशों में बैठे व्यापारियों (ठग) ने एक मोबाइल एप्लीकेशन के माध्यम से भारतीयों को 250 करोड़ रुपये से ज्यादा की चपत लगाई है। विदेशों के इन ठगों ने लोगों को 15 दिनों में पैसे दोगुना करने का लालच दिया था। तीन स्थानीय (राज्य के) पीड़ितों की शिकायत पर एसीएफ ने कार्रवाई करते हुए ठगों के एक भारतीय साथी को गिरफ्तार कर लिया है। एसटीएफ के अनुसार यह मामला 250 करोड़ रुपये से भी ज्यादा का हो सकता है। इस मामले में अभी विवेचना के बाद कुछ लोगों को गिरफ्तार किया जा सकता है। उत्तराखंड एसटीएफ के एसएसपी के मुताबिक, छानबीन में नोएडा से एक आरोपी पवन पांडेय को गिरफ्तार किया गया है. आरोपी के पास से 592 सिम कार्ड, 19 लैपटॉप, 5 मोबाइल फोन, चार एटीएम कार्ड और एक पासपोर्ट बरामद हुआ है। यही नहीं, एसटीएफ को जांच में पता चला कि ये रकम क्रिप्टो करेंसी में बदलकर विदेश भेजी जा रही है। वहीं इस मामले में देहरादून के एडीजी अभिनव कुमार ने कहा कि 250 करोड़ के ठगी के मामले की जानकारी अन्य जांच एसेंसियों आईबी और रॉ को दी गई है। इसके साथ जिन विदेशी लोगों के नाम सामने आ रहे हैं, उनके दूतावास से जानकारी मांगी जा रही है। साथ ही उन्होंने बताया कि इस मामले में उत्तराखंड में दो और बेंगलुरु में एक मामला दर्ज है।
साइबर ठगी के इतिहास में एसटीएफ उत्तराखंड की यह सबसे बड़ी कार्रवाई है। इसका खुलासा करते हुए उत्तराखंड पुलिस के प्रवक्ता एडीजी अभिनव कुमार ने बताया कि रोहित कुमार निवासी श्यामपुर और राहुल कुमार गोयल निवासी कनखल हरिद्वार ने साइबर थाने को एक शिकायत की थी। शिकायत के अनुसार दोनों ने गूगल प्ले स्टोर से पावर बैंक नाम से एक एप्लीकेशन डाउनलोड की थी। निवेश संबंधी इस एप्लीकेशन में 15 दिनों में पैसा दोगुना करने का दावा किया गया था। इस लालच में आकर दोनों ने क्रमश: 91 हजार और 73 हजार रुपये गंवा दिए।