रायबरेली (ब्यूरो)- यहां के सलोन विधानसभा क्षेत्र से तीन बार विधायक और एक बार समाज कल्याण राज्य मंत्री रहे दल बहादुर कोरी का लखनऊ के एक अस्पताल में गुरुवार की देर रात निधन हो गया। बताया जाता है कि वह कोरोना से पीड़ित थे।
इलाज के बाद में ठीक हो गए थे, लेकिन इसके बाद उनकी हालत सुधरने के बजाय बिगड़ती गई। संघर्षशील व्यक्तित्व के धनी दल बहादुर कोरी ने अपने जीवन का सफर मजदूरी और फिर राजमिस्त्री से लेकर विधायक तक पूरा किया।
पंचायत चुनाव के दौरान ड्यूटी में लगे करीब 700 शिक्षकों की भी कोरोना से मौत हो चुकी है। आपको बता दें कि कोरोना संक्रमण की दूसरी खतरनाक लहर में अब तक यूपी विधानसभा के चार सदस्य हमेशा के लिए बिछुड़ गए। पहले रमेश चंद्र दिवाकर, फिर सुरेश श्रीवास्तव, केसर सिंह और अब दल बहादुर कोरी। एक हफ्ते में तीन सदस्य दिवंगत हुए थे। अब तक छह विधायकों की कोरोना से जान जा चुकी है। कोरोना की पहली लहर में पिछले साल दो मंत्री चेतन चौहान व वरुण रानी भी दिवंगत हो गए थे। यूपी की 17वीं विधानसभा में अब तक एक दर्जन विधायकों की मृत्यु हो चुकी है।
कोरी से पहले औरेया से भाजपा विधायक रमेश दिवाकर, लखनऊ पश्चिम से सुरेश श्रीवास्तव, बरेली के नवाबगंज से केसर सिंह गंगवार का निधन हो चुका है। केसर सिंह के निधन के बाद उनके बेटे ने फेसबुक पर एक पोस्ट लिखकर यूपी की योगी सरकार और केंद्र की मोदी सरकार को आड़े हाथों लिया था।